काेठियालसैंण में बनेगा चारा नर्सरी, पशुपालकाें काे हाेगी सहूलियत, दूर हाेगी चारे की समस्या 

- डीएम ने विभागीय कार्यों की समीक्षा कर परखी प्रगति, नवाचारी कार्यों को लेकर मांगे सुझाव

- मत्स्य विभाग को नए प्रोजेक्ट शुरू करने के साथ ऑर्नामेंटल फिश पर काम करने के निर्देश

- बैठक में डीएम ने पॉलीहाउस, चारा नर्सरी तथा मत्स्य पालन पर विशेष फोकस करने को कहा

गोपेश्वर, 05 दिसंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में स्वयं सहायता समूहों के सीएलएफ में अवशेष धनराशि, जिला योजना केंद्र एवं राज्य सेक्टर योजनाओं मनरेगा व अन्य विभागीय योजनाओं पर चर्चा हुई। सभी विभागों से जनपद में नवाचारी कार्यों को लेकर सुझाव भी मांगे गए। बैठक में सभी विभागों ने अपनी-अपनी योजनाओं की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने पॉलीहाउस, चारा नर्सरी तथा मत्स्य पालन पर विशेष फोकस करने को कहा। उन्होंने पशुपालन विभाग को गौचर, कालेश्वर में हैचरी डेवलप करने को लेकर भूमि चिह्नित कर प्लान बनाने के निर्देश दिए। चारा नर्सरी बनाने के सुझाव पर जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग की कोठियालसैंण में खाली पड़ी भूमि पर चारा को लेकर पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में काम करने को कहा। इससे स्थानीय पशुपालकों की चारे की समस्या दूर हो जाएगी। मत्स्य विभाग को नए प्रोजेक्ट शुरू करने के साथ ऑर्नामेंटल फिश पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पॉलीहाउस के लिए किसी एक ब्लॉक के दो चार गांवों चयन किया जाए और काश्तकारों को प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही रीप के सीएलएफ से मशरूम उत्पादन बढ़ाने को लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान परियोजना निदेशक आनंद सिंह, प्रभारी डीडीओ केके पंत, कृषि अधिकारी जयप्रकाश तिवारी आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल

   

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