जोधपुर, 06 नवम्बर (हि.स.)। ब्यूटीशियन अनीता चौधरी हत्याकांड से जुड़े पांच और लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस उनसे कई दिनों से पूछताछ कर रही थी। फिलहाल पुलिस ने उनकी शांतिभंग में गिरफ्तारी दर्शाई है। इधर अनीता चौधरी के शव का आज भी निस्तारण नहीं हो सका है। परिजन व समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर भगत की कोठी पाली रोड स्थित वीर तेजा मंदिर में बेमियादी धरने पर बैठे है। हत्या को करीब एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इसके चलते अभी तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। अब यह मामला जाट समाज के साथ ही सर्व समाज से जुड़ता जा रहा है। इसको लेकर मंगलवार से ही बैठकों का दौर जारी है। जोधपुर बंद व आगे के आंदोलन की रूपरेखा पर आज अंतिम निर्णय होना है।
पुलिस ने पांच और लोगों को शांतिभंग में पकड़ा है। ये सभी ब्यूटीशियन अनीता चौधरी हत्याकांड से जुड़े हुए हो सकते है। हालांकि पुलिस अभी भी मौन साधे हुए है। वह मामले में ज्यादा कुछ खुलासा नहीं कर रही है। बताया गया है कि इन सभी लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर कई दिनों से पूछताछ कर रही थी।
चौंकाने वाली जानकारी मिली
अनीता मर्डर केस में कई चौंकाने वाली जानकारी पुलिस को मिली है। अनीता और आरोपी गुलामुद्दीन फारूकी व प्रॉपर्टी डीलर तैयब अंसारी के बीच बातचीत होती थी। फोन की सीडीआर से पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। आशंका जताई जा रही है कि अनीता की मौत के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद भी हो सकता है। ऐसे में अब पुलिस अनीता के नाम जो भी प्रॉपर्टी है, उसकी जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने मंगलवार को तैयब अंसारी के कमला नेहरू स्थित घर व सरदारपुरा सी रोड स्थित ऑफिस की जांच की थी। यहां से पुलिस ने मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित कई दस्तावेज बरामद किए हैं। जानकारी में यह भी आ रहा है कि पुलिस अंसारी से जुड़े और भी लोगों से इस मामले में पूछताछ कर सकती है। इसमें पाली व जोधपुर के कई प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हैं।
जाट नेताओं ने जताई नाराजगी
इस बीच पहली बार प्रदेश के जाट नेताओं ने भी इस मामले में सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और जाट समाज के राजा राम मील ने इस मामले में मुख्य आरोपी के पकड़े नहीं जाने को लेकर नाराजगी जताई है। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस मामले में जोधपुर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी एक्स पर लिखा है कि अनीता चौधरी हत्याकांड राज्य सरकार के लिए निंदनीय एवं शर्मनाक है। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में अनीता चौधरी की निर्मम हत्या के 12 दिन बाद भी मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने में राज्य सरकार की संवेदनशीलता का अभाव बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री उपचुनाव में व्यस्त हैं, जबकि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है। छोटी घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करने वाली भाजपा सरकार इस जघन्य अपराध पर उदासीन क्यों है? महिलाओं के हितों और सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करने वाली राज्य सरकार इस अमानवीय घटना पर चुप क्यों है? मुख्यमंत्री जी का इस पर मौन रहना अत्यंत चिंताजनक है।
अनीता चौधरी हत्याकांड को लेकर बनाई गई समिति आज आगामी आंदोलन को लेकर निर्णय करेंगी। संभवत: गुरुवार को जोधपुर बंद का आह्वान हो सकता है। इससे पहले मंगलवार को देर रात तक सर्व समाज की बैठक हुई, जिसमें मारवाड़ राजपूत सभा के हनुमान सिंह घंटा, भोपालगढ़ के पूर्व विधायक पुखराज गर्ग सहित अन्य समाजों के नेता और जाट समाज के लोग शामिल हुए। इस मामले में समिति की बुधवार को भी एक बैठक होगी, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी।
कई प्रतिष्ठित लोग पुलिस की रडार पर
अनीता मर्डर केस की गुत्थी को पुलिस सुलझाने का हर संभव प्रयास कर रही है। अनीता के पति मनमोहन व सहेली सुनीता उर्फ सुमन की कॉल रिकार्डिंग बाहर आने के बाद अब पुलिस की रडार पर कई लोग आ चुके हैं। इसमें कई डॉक्टर, ब्यूटी पार्लर संचालक, पाली के प्रॉपर्टी डीलर, बदमाश, व्यवसायी, कई अधिकारी, राजनेता भी अब पुलिस की रडार पर हैं। बताया यह भी जा रहा है कि पुलिस सबसे पहले पाली के कई लोगों से इस मामले में पूछताछ कर सकती है। पुलिस को शक है कि अनीता की हत्या किसी दूसरे जगह पर की गई है। हत्या से पहले उसे प्रताडि़त भी किया होगा। पुलिस ने गुलामुद्दीन के पूरे घर की सघनता से तलाशी ली है लेकिन वहां से अनीता के खून का एक भी धब्बा नहीं मिला। अनीता की हत्या करने के बाद उसके शव को काटा गया है। इसके बाद भी खून का एक भी धब्बा नहीं मिलना, पुलिस के शक को बढ़ा दिया है। ऐसे में पुलिस तैयब अंसारी के सभी फार्म हाउस व अन्य ठिकानों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश