जलवायु परिवर्तन गंभीर चुनौती, जनभागीदारी से ही बचेगी धरती : केंद्रीय मंत्री चौधरी

बीकानेर, 5 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री मंत्री जयंत चौधरी ने शनिवार को राजकीय डूंगर कॉलेज के गांधी वन में संस्था वन का निरीक्षण किया। उन्होंने इस कार्य को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित करने वाला बताया। इस अवसर पर उन्होंने पारिवारिक वानिकी पर श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर और फलौदी सहित 6 जिलों के पारिवारिक वानिकी समिति के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरे विश्व के सामने सर्वाधिक गंभीर चुनौती है। आम लोगों की प्रत्यक्ष भागीदारी से ही जलवायु को बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश में आदिवासियों की परंपराएं जलवायु को बचाने का जरिया रही हैं। सरकार इन परंपराओं को अक्षुण्ण रखने के लिए प्रयत्नशील है। इस अवसर पर उन्होंने राजकीय डूंगर कालेज में खेल सुविधाएं विकसित करने लिए सांसद निधि से 15 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कालेज द्वारा प्रस्ताव भिजवाने पर सांसद निधि से यह राशि जारी कर दी जाएगी।

चौधरी ने कहा कि परिवारिक वानिकी कार्य का नेतृत्व करने वाले डॉ. श्याम सुंदर ज्याणी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इन कार्यों कोदेश के साथ विदेश में भी सराहना मिली है। उन्होंने कहा कि जलवायु संरक्षण में आम लोगों की भागीदारी जरूरी है। विशेष तौर पर युवा पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जोड़ना जरूरी है। इस पहल से पर्यावरण संरक्षित होगा और हर परिवार पौधारोपण के लिए प्रेरित होगा।

शिक्षा मंत्री ने ‌मदन दिलावर ने विचार रखे।

इससे पहले चौधरी और दिलावर ने राजकीय डूंगर कालेज में विकसित गांधी वन‌ का अवलोकन किया। इस दौरान डॉ. ज्याणी ने इस वन में रोपित पौधों और पारिवारिक वानिकी की जानकारी दी। कार्यक्रम में विधायक सुभाष गर्ग, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, भागीरथ मान, बीरबल जाखड सहित अन्य नागरिक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव

   

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