उप्र में अनुकूल हुईं मानसून वापसी की परिस्थितियां, अब पश्चिमी विक्षोभों से ही होगी बारिश

कानपुर, 03 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश से मानसून पिछले सात वर्षों की भांति इस वर्ष भी देर से वापसी हो रही है। अब उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभों के जरिये ही बारिश होगी और एक सप्ताह बाद पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होकर बारिश कर सकते हैं। मौसम विभाग का कहना है कि कानपुर मंडल सहित उत्तर प्रदेश में मानसून वापसी की परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं और अब मानसूनी बारिश नहीं होगी।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि उत्तर भारत के बड़े भागों से मॉनसून ने विदाई ले ली है और उत्तर प्रदेश में भी मानसून वापसी की परिस्थितियां अनुकूल हैं। एक या दो दिन में मानसून पूरी तरह से वापसी कर लेगा। मॉनसून की वापसी रेखा लखीमपुर खीरी, शिवपुरी,कोटा, उदयपुर, दिसा, सुरेंद्रनगर और जूनागढ़ (गुजरात) से गुजर रही है। इस प्रकार आगामी दिनों जो भी बारिश होगी वह पश्चिमी विक्षोभों के चलते होगी। चार अक्टूबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है। जिसके कारण चार अक्टूबर से पहाड़ी राज्यों के साथ साथ उत्तर पूर्वी राजस्थान और दक्षिण पश्चिमी हरियाणा के इलाकों में हल्की बारिश की गतिविधियां होगी। पांच अक्टूबर को हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं के साथ बारिश सम्भव है। उत्तर भारत में दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 8/9 अक्टूबर के आसपास आ सकता है। यह भी मधयम श्रेणी के रहेगा। इससे मैदानी इलाकों में कहीं कहीं हल्की बारिश की संभावना है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.0 और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 80 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 57 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 4.3 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहने के आसार है किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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