IIT रुड़की ने JEE Advanced 2026 का सिलेबस जारी किया:जानें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के टॉपिक्स; 17 मई 2026 को होगी परीक्षा

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी IIT रुड़की ने JEE Advanced 2026 के लिए सिलेबस जारी कर दिया है। स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर तीनों सब्जेक्ट्स- फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स का सिलेबस चेक कर सकते हैं। साथ ही, सिलेबस के अकॉर्डिंग अपनी तैयारियों को आगे बढ़ा सकते हैं। सिलेबस के अनुसार तैयारी करने से स्टूडेंट्स फालतू की चीजें पढ़ने से बचेंगे, जिससे समय की बचत होगी। वहीं, बचे हुए समय का इस्तेमाल वो कमजोर टॉपिक्स पर देकर अपनी तैयारी बेहतर कर पाएंगे। IIT रुड़की को JEE Advanced की जिम्मेदारी साल 2026 के लिए JEE Advanced परीक्षा का आयोजन IIT रुड़की द्वारा करवाया जाएगा। इससे पहले IIT रुड़की की ओर से एग्जाम डेट्स की घोषणा की गई है। JEE Advanced एग्जाम 17 मई, 2026 को होगा। JEE Advanced 2026 सिलेबस PDF लिंक JEE Advanced 2026 के लिए नए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया इससे पहले IIT रुड़की ने JEE Advanced 2026 में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए नए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया जारी किया है। ये रुल्स 5 पॉइंट्स में हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी कैंडिडेट्स को इन पांचों नियमों को अनिवार्य रूप से पूरा करना होगा। JEE Main 2026 टॉपर बनना होगा कैंडिडेट्स को JEE Main 2026 (B.E./B.Tech पेपर) में टॉप 2,50,000 सफल उम्मीदवारों में स्थान पाना होगा। आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग (GEN-EWS) के लिए 10%, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC-NCL) के लिए 27%, अनुसूचित जाति (SC) के लिए 15%, अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए 7.5% और ओपन कैटेगरी के लिए 40.5% सीटें रहेंगी। हर कैटेगरी में PwD यानी दिव्यांग कैंडिडेट्स को 5% आरक्षण मिलेगा। आरक्षित कैंडिडेट्स को 5 साल एज लिमिट की छूट कैंडिडेट का जन्म 1 अक्टूबर, 2001 या उसके बाद होना चाहिए। SC/ST और PwD कैंडिडेट्स को 5 साल की छूट मिलेगी यानी इनका जन्म 1 अक्टूबर 1996 या उसके बाद होना चाहिए। लगातार देने होंगे 2 अटेंप्ट कैंडिडेट्स अधिकतम दो बार और दो लगातार सालों में ही JEE Advanced दे सकते हैं। 2024 पास आउट एलिजिबल नहीं कैंडिडेट्स को पहली बार 12वीं की परीक्षा 2025 या 2026 में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स के साथ देनी चाहिए। 2024 या उससे पहले पहली बार 12वीं की परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स इसमें एलिजिबल नहीं होंगे। हालांकि, अगर किसी बोर्ड ने 2023–24 परीक्षा के परिणाम 18 जून, 2024 या उसके बाद जारी किए, तो ऐसे कैंडिडेट्स जो 2024 में परीक्षा में शामिल हुए थे, वे एलिजिबल माने जाएंगे। अगर बोर्ड ने परिणाम 18 जून, 2024 से पहले जारी कर दिए, लेकिन किसी उम्मीदवार का परिणाम रोका गया था, तो वह एलिजिबल नहीं माना जाएगा। IIT में पहले से एडमिशन वाले एलिजिबल नहीं अगर किसी कैंडिडेट ने पहले IIT के किसी प्रोग्राम में एडमिशन लिया हो, ऑनलाइन/ऑफलाइन रिपोर्टिंग कर सीट अलॉट कराई हो और एडमिशन के बाद सीट रद्द की हो, तो ऐसे कैंडिडेट्स को एलिजिबल नहीं माना जाएगा। हालांकि, 2025 में प्रिपरेटरी कोर्स में दाखिला लेने वाले कैंडिडेट्स JEE Advanced 2026 दे सकेंगे। साथ ही, जिन्हें JoSAA 2025 में IIT सीट अलॉट हुई थी लेकिन उन्होंने रिपोर्ट नहीं किया, या फाइनल राउंड से पहले सीट छोड़ दी, वे भी एलिजिबल रहेंगे। 2 सेशन में होगी मेन्स परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA ने एग्जाम डेट्स जारी कर दी हैं। सेशन 1 की परीक्षा 21 से 30 जनवरी, 2026 के बीच होगी। वहीं, सेशन 2 की परीक्षा 1 से 10 अप्रैल, 2026 के बीच होगी। ------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... अब UGC, AICTE, NCTE को मिलाकर होगा एक बोर्ड: केंद्रीय कैबिनेट ने 'विकसित भारत शिक्षा अधिक्षण बिल' को मंजूरी दी, मेडिकल-लॉ स्‍टडीज पर लागू नहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 'विकसित भारत शिक्षा अधीक्षण विधेयक' को मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब हायर एजुकेशन के लिए देश में एक बोर्ड होगा और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) जैसे पुराने नियामकों को एक कर दिया जाएगा। हालांकि, मेडिकल और लॉ स्‍टडीज इसके दायरे से बाहर रहेंगी। ये विधेयक मौजूदा संसद सत्र में ही बहस के लिए पेश किया जा सकता है। पढ़ें पूरी खबर...

   

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