दोस्ती की आड़ में साजिश! पैसों के लालच में युवक की हत्या, एक गिरफ्तार

- टैक्सी ड्राइवर दोस्तों ने तांत्रिक के बहाने रची थी साजिश- नदी किनारे नशे में गला घोंटकर की हत्या, बिगाड़ा चेहरा- सट्टाबाजी और लड़की सप्लाई जैसे अवैध कामों में लिप्त था मृतकहरिद्वार, 06 दिसंबर (हि.स.)। हरिद्वार के श्यामपुर में रवासन नदी किनारे मिले युवक के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। दिल्ली निवासी अभय शर्मा (37) सट्टेबाजी और लड़की सप्लाई जैसे अवैध कामों में लिप्त था, जो अपने ही दोस्तों के लालच का शिकार बना। हाल ही में फ्लैट बेचकर मिले 30 लाख रुपये हड़पने की नीयत से उसके टैक्सी ड्राइवर दोस्तों ने तांत्रिक का झांसा देकर हरिद्वार बुलाया। नशे में उसे मौत के घाट उतारने के बाद पहचान मिटाने की कोशिश की गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी नीरज शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा आरोपित फरार है। मृतक अभय शर्मा उर्फ हनी (37) पुत्र सुखनंदन शर्मा निवासी 284 सुदर्शन पार्क मोती नगर रमेश नगर पश्चिमी दिल्ली अय्याश प्रवृत्ति का था और सट्टेबाजी व लड़की सप्लाई जैसे कामों में लिप्त था। उसने हाल ही में अपना फ्लैट बेचकर 30 लाख रुपये जुटाए थे, लेकिन कर्जदारों को पैसे न लौटाने और अय्याश जीवनशैली के कारण उसकी जान पर बन आई। नीरज जो अभय का दोस्त और टैक्सी ड्राइवर था, कर्जदारों के दबाव में आ गया। पैसे हड़पने की नीयत से उसने नागेंद्र के साथ मिलकर अभय को तांत्रिक के बहाने हरिद्वार बुलाया। दोनों ने अभय के मोबाइल, एटीएम पासवर्ड और बैंक की जानकारी जुटाई। फिर उसे शराब पिलाकर रवासन नदी ले गए। नशे में होने पर रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और पहचान मिटाने के लिए चेहरा पत्थरों से बिगाड़ दिया। इसके बाद उक्त दोनों आरोपित मृतक के पैसे और मोबाइल निकाल मृतक की बाइक को भी साथ लेकर चले गए। मायापुर चौकी में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि 21 नवंबर को श्यामपुर थाना क्षेत्रांतर्गत रवासन नदी के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी। शव देखकर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा था। मृतक की पहचान उस समय नहीं हो पाई थी। एसएसपी ने बताया कि मृतक की शिनाख्त न हो पाना पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बना हुआ था। इसके चलते आसपास रह रहे लगभग 1000 ठेकेदारों, लेबरों का भौतिक सत्यापन किया गया। हजारों मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया, किन्तु मृतक के शिनाख्त नहीं हो पाई। मामले की जांच श्यामपुर पुलिस व सीआईयू हरिद्वार की संयुक्त टीम गठित कर सीओ सिटी जूही मनराल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। पुलिस ने आरोपित नीरज पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली को नहर पटरी सोनाली पुल के पास से गिरफ्तार कर उसके पास से मृतक के खाते से निकाले गए 1.04 लाख रुपये बरामद किए। मृतक के खाते में बचे आठ लाख रुपये भी फ्रीज कर दिए गए हैं। दूसरे आरोपित नागेंद्र पुत्र सिंहराज निवासी भुवापुर थाना तिगांव जिला फरीदाबाद की तलाश जारी है। एसएसपी ने बताया कि कड़ी जांच और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पुलिस मामले के तह तक पहुंच पाई है। मृतक अपने परिवार से अलग रह कर अय्याश जिंदगी जी रहा था। वह सट्टा लगाने के साथ-साथ दिल्ली क्षेत्र में लड़की सप्लाई करने का काम भी करता था। मृतक पिछले कुछ महीनों से आरोपित नीरज शुक्ला पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली व नागेंद्र (दोनों पेशे से ड्राइवर हैं) से खास दोस्ताना रखता था और लड़कीबाजी तथा सट्टाबाजी का भी शौक रखते थे। मृतक पर अय्याशी व सट्टे के कारण लाखों का कर्ज होने पर उसने नीरज शुक्ला के माध्यम से भी लोगों से लाखों का उधार ले रखा था। मृतक द्वारा नीरज से उधार लिए पैसे न लौटाने पर कर्जदार लगातार नीरज के पास आकर पैसे वापस मांग रहे थे। इसी बीच मृतक ने अपना दिल्ली स्थित फ्लैट बेचा था जिसके उसे लगभग 30 लाख रुपये मिले थे। लोगों द्वारा बार-बार पैसे मांगने पर भी मृतक द्वारा पैसे न लौटाने पर नीरज शुक्ला को लग गया था कि उसके लाखों रुपये अब डूबने वाले हैं। इस पर नीरज ने अपने साथ नागेंद्र को लिया और दोनों ने एक प्लानिंग के तहत मृतक के साथ दिन-रात उठना बैठना, साथ में शराब पीना करते हुए चुपके से मृतक के मोबाइल नंबर के पासवर्ड, एटीएम का पासवर्ड, बैंक का अकाउंट नंबर इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र कर ली। खुद की उधारी वापस न मिलने व मृतक के खाते में बची लाखों की धनराशि को हड़पने के लिए आरोपियों ने मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। मृतक सट्टा खेलने का आदि था और तांत्रिक प्रक्रिया को भी मानता था, जिस कारण नीरज एक बार मृतक को कोलकाता तांत्रिक के पास लेकर गया था।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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