नदियों और जल संसाधनों के संरक्षण के महत्व का संदेश फैलाने के तहत विशेष नौकायन अभियान : प्रयागराज से नदी अभियान का दूसरा चरण शुरु

जयपुर, 6 नवंबर (हि.स.)। विशेष नौकायन अभियान के तहत रिवरिन एंड कोस्टल एक्सपेडिशन के दो चरणाें में अभियान में बुधवार काे प्रयागराज से नदी अभियान काे मेजर जनरल चीमा, एडीजी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ एनसीसी ने फ्लैग ऑफ किया। मेजर जनरल चीमा ने तीनों निदेशालयों के एनसीसी कैडेट्स, पीएचएचपी और सी, राजस्थान और उत्तर प्रदेश को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने गंगा नदी में नौकायन की चुनौतियों के बारे में बताया और सुरक्षा पहलुओं पर अभियान में भाग लेने वाले एनसीसी को कैडेटों आगाह किया। उन्होंने नदियों और जल संसाधनों के संरक्षण के महत्व का संदेश फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया।

जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) राजस्थान कर्नल अमिताभ शर्मा के अनुसार यह अभियान कानपुर से कोलकाता तक आयोजित किया जा रहा है और इसमें प्रोपल्शन के लिए हवा का उपयोग करके गंगा नदी के पूरे खिंचाव के साथ नौकायन शामिल है। यह वाराणसी, बक्सार, पटना, फाराका के पास जाता है और अंत में 20 दिसम्बर को कोलकाता पहुंचेगा। अभियान का दूसरा चरण 11 नवंबर काे वाराणसी में समाप्त होगा। पुरुष और महिला दोनों कैडेट समान संख्या में भाग लेंगे। हेड क्वार्टर डीजी एनसीसी के तहत सभी 17 निदेशालय दोनों नदी के साथ -साथ एसएसई के तटीय खंड दोनों में भाग लेंगे। यूपी निदेशालय से, 72 कैडेट्स कानपुर से बक्सर तक नौकायन में भाग ले रहे हैं, जिसमें 144 कैडेट्स और 7 निदेशालयों कर्मचारी शामिल हैं।

नौकायन कैडेटों ने पहले एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ एनसीसी द्वारा एक ऊर्जावान भंगड़ा प्रदर्शन किया गया। अर्ध-शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन ने दिखाया कि हमारे कला रूपों ने वर्तमान समय में परिष्कृत और क्लासिक रूप में हम तक पहुंचने के लिए भाषा, क्षेत्र और समय की बाधाओं को कैसे पार किया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव

   

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