-बरनाला में पुलिस कर्मी तो फाजिल्का में ड्यूटी पर तैनात शिक्षक की मौत
चंडीगढ़, 15 अक्टूबर (हि.स.)। पंजाब में मंगलवार को पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। शाम चार बजे तक औसतन 55 प्रतिशत मतदान हुआ है। जो लोग शाम चार बजे तक कतारों में खड़े हैं, उनके वोट डलवाए जाने के बाद ही मतगणना होगी। राज्य में कुल 13,937 ग्राम पंचायतें हैं। चुनाव ईवीएम की बजाय बैलट पेपर से हो रहे हैं। बैलट पेपर पर नोटा का विकल्प भी है।
पंचायत चुनाव में 96 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस की तरफ से भी पुख्ता इंतजाम हैं। आज सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान के दौरान पटियाला में एक मतदान केंद्र पर गोलियां चलीं और पथराव हुआ। घटना में 2 लोग घायल हो गए। आरोप है कि बाहरी लोगों ने गांव के मतदान केंद्र पर फायरिंग की।
बरनाला में पंचायत चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। मृतक की पहचान सीनियर कांस्टेबल लक्खा सिंह (53 वर्ष) के रूप में हुई है। जगरांव के कोठे अठचक्क गांव में मतदान शुरू होते ही विवाद हो गया। लोगों के हंगामे के बाद वहां करीब एक घंटे तक वोटिंग रुकी रही। इसके अलावा जगराओं के गांव पोना और गांव डल्ला में चुनाव रद्द करने के आदेश दिए गए हैं।
पंचायत चुनाव ड्यूटी के लिए फाजिल्का से जालंधर आए एक शिक्षक की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस बारे में उसके सहयोगियों को मंगलवार की सुबह मतदान से कुछ समय पहले पता चला। मानसा जिले के गांव मानसा खुर्द में बैलेट पेपर गलत छपने के कारण वोटिंग रोक दी गई। तरनतारन जिले के गांव सोहल सैण में मतदान केंद्र के बाहर गोली चली। गोली लगने से एक व्यक्ति घायल हो गया। मतदान के लिए कतार में खड़े लोगों के बीच विवाद हुआ। जीरा के लोहके खुर्द में भी बूथ कैप्चरिंग की कोशिश हुई। वहां पर बैलट पेपरों पर स्याही डालकर वोटों को खराब किया गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाकर मामला सुलझाया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा