हाईटेंशन लाइन से टकराया ध्वज, एक पदयात्री की मौत व चार घायल

ईरांस गांव में दर्दनाक हादसा, 11 केवी लाइन से ध्वज टकराने पर पदयात्री की मौत, चार घायल 2

भीलवाड़ा, 3 अक्टूबर (हि.स.)। शाहपुरा जिले के ईरांस गांव में नवरात्रि के पावन मौके पर निकाली जा रही धार्मिक पदयात्रा के दौरान गुरुवार को हादसा हाे गया। पदयात्रा के दौरान ध्वज 11 केवी बिजली लाइन से छू गया, जिससे एक पदयात्री की मौके पर ही मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह पदयात्रा चोना का खेड़ा से बैरवा समाज द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें 15-20 लोग भाग ले रहे थे। सभी लोग ध्वज लेकर नाचते-गाते भैंरूजी के दर्शन के लिए झांतल गांव की ओर रवाना हुए थे। पदयात्रा जब गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के ईरांस गांव से गुजर रही थी, तभी अचानक एक ध्वज 11 केवी बिजली लाइन से टकरा गया।

इस हादसे में 22 वर्षीय ईश्वर बैरवा, पुत्र सोहन बैरवा, जो ध्वज को थामे हुए थे, की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके साथ ही चार अन्य पदयात्री हरफूल (18), उमेश (17), गोविंद (13), और सुनीता (14) बिजली के संपर्क में आने से बुरी तरह झुलस गए। इन सभी को तुरंत रायला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उन्हें भीलवाड़ा के जिला अस्पताल रेफर किया गया। मृतक के परिवार में मातम, गांव में अफरा-तफरी इस हादसे की सूचना जैसे ही मृतक और घायल पदयात्रियों के परिजनों और चैना का खेड़ा गांव के लोगों को मिली, गांव में अफरा-तफरी मच गई। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल और अस्पताल पहुंचने लगे। मृतक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं अन्य घायल बच्चों के परिजन उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

चोना का खेड़ा निवासी हरफूल और उमेश को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है, जबकि गोविंद और सुनीता की हालत गंभीर बताई जा रही है। पूरे गांव में इस हादसे से शोक की लहर फैल गई है। प्रशासन की कार्रवाई गुलाबपुरा थाना प्रभारी पूरणमल मीणा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवा कर मृतक ईश्वर बैरवा का शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, वहीं बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी इस घटना की जानकारी दी गई है।

धार्मिक यात्रा में सुरक्षा के उपायों पर सवाल---

इस दर्दनाक हादसे ने धार्मिक यात्राओं के दौरान सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में लोग नियमों की अनदेखी करते हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। क्षेत्र के सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम और सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं।

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हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद

   

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