कांग्रेस नेताओं का नारा 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' उनके कृत्यों के विपरीत: डॉ. राजीव भारद्वाज
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- Jan 27, 2025
शिमला, 27 जनवरी (हि.स.)। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह संविधान के लिए लड़ने का केवल नाटक कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसा कोई समय आ गया है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य कांग्रेस नेता मध्यप्रदेश में कांग्रेस आलाकमान के सामने हाजिरी लगाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस का डॉ भीमराव आंबेडकर के प्रति वास्तविक सम्मान पर सवाल उठते हैं। उनका नारा 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' उनके खुद के कृत्यों के विपरीत है। कांग्रेस के नेता नाटक करने से बाज नहीं आ रहे हैं, जबकि जनता अच्छी तरह से जानती है कि कांग्रेस का बाबा साहेब के प्रति क्या स्टैंड है। उन्होंने आगे कहा कि बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर ने हमेशा राष्ट्रहित को प्राथमिकता दी और अपने फैसलों में देश की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा। उन्होंने विशेष रूप से कश्मीर के संदर्भ में डॉ. अंबेडकर के दृष्टिकोण का उल्लेख किया। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि आजादी के बाद, जब सरदार पटेल ने सैकड़ों रियासतों को जोड़कर भारत को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया, तब शेख अब्दुल्ला ने पंडित नेहरू से जम्मू कश्मीर के लिए विशेष अधिकारों की मांग की थी। लेकिन बाबासाहेब ने राष्ट्रहित के लिए इस मांग को सख्ती से ठुकरा दिया।
उन्होंने कहा कि बाबासाहेब ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि यदि कश्मीर के लोग भारत के संसाधनों का उपयोग करते हैं, तो उन्हें भारतीय नागरिकों के समान अधिकार भी मिलना चाहिए। उन्होंने कभी भी भारतीय नागरिकों के अधिकारों को नकारने की बात नहीं मानी लेकिन पं नेहरू ने बाबासाहेब के फैसले को नजरअंदाज करते हुए कश्मीर के लिए अलग संविधान बनाने की प्रक्रिया शुरू की, जिससे धारा 370 लागू हुई। यह कदम कश्मीर को भारत से अलग करने और राष्ट्र की एकता को कमजोर करने का कारण बना।
डॉ. राजीव भारद्वाज ने कांग्रेस की सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि दशकों तक कांग्रेस ने धारा 370 के सहारे कश्मीर को पूरी तरह से प्रभावित किया, जिसके कारण आतंकवाद, अलगाववाद और परिवारवाद को बढ़ावा मिला और विकास के रास्ते बंद हो गए।
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