
नई दिल्ली, 26 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने पंजाब विधानसभा में बुधवार को पेश भगवंत मान सरकार के बजट को विफल वादों का खाली डिब्बा बताया।
चुघ ने नई दिल्ली में पंजाब बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली की जनता से खारिज होकर भी आम आदमी पार्टी ने कोई सबक नहीं सीखा। उन्होंने पूछा कि 37 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, पंजाब की महिलाओं को 1000 रुपये प्रतिमाह देने के वादे का क्या हुआ? किसानों को एमएसपी टॉप-अप का आश्वासन दिया था, वह वादा कहां गया? तीन साल पहले किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था, वो भी पूरी तरह से गायब है। क्या आम आदमी पार्टी पंजाब के किसानों के साथ जानबूझकर विश्वासघात कर रही है?
चुघ ने सवाल उठाया कि रेत खनन से 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई का दावा किया गया था, लेकिन पिछले वर्ष केवल 288 करोड़ ही सरकारी खजाने में आए। बाकी पैसा कहां गया? क्या यह पैसा आम आदमी पार्टी के फंड में चला गया? उन्होंने कहा कि 1927 में से 855 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं हैं, लेकिन बजट में इसका कोई जिक्र तक नहीं है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा 'स्कूल ऑफ हैप्पीनेस' और 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' की बात करते हैं। क्या पंजाब के बच्चे इन स्कूलों में आम आदमी पार्टी की भ्रष्ट नीतियों के बारे में पढ़ेंगे या पंजाब को कानून विहीन राज्य कैसे बनाया गया, इसका अध्याय पढ़ेंगे?
चुघ ने आरोप लगाया कि दिल्ली में शराब घोटाला कर चुकी आम आदमी पार्टी अब पंजाब में नशा-घोटाले की तैयारी में है। इस बजट पर मनीष सिसोदिया की छाप स्पष्ट नजर आ रही है, जो दिल्ली जैसा शराब घोटाला पंजाब में ड्रग घोटाले के रूप में दोहराने वाले हैं। चुघ ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पंजाब पर 01 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त कर्ज लाद दिया गया है। यह साफ दर्शाता है कि 'रंगला पंजाब' का नारा पूरी तरह खोखला है, जिसपर अब 585 करोड़ रुपये और बर्बाद किए जा रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी