विश्व धर्म संसद की तैयारी! नरसिंहानंद बाेले- महाकुम्भ में वैभव प्रदर्शन के बजाय सनातन धर्म व मानवता की रक्षा पर चिंतन करें संत 

- इस्लामिक जिहाद के खतरे को संपूर्ण विश्व के समक्ष लाने के लिए महाकुम्भ में गंभीर विचार मंथन करने का आग्रह

हरिद्वार, 03 दिसंबर (हि.स.)। विश्व धर्म संसद की तैयारी के लिए हरिद्वार आए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने आनंद भैरव मंदिर, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े से सनातन धर्म के सभी संतों से इस्लामिक जिहाद के खतरे को संपूर्ण विश्व के समक्ष लाने के लिए महाकुम्भ में गंभीर विचार मंथन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ को वैभव प्रदर्शन का स्थान बनाने के बजाय सनातन धर्म और मानवता की रक्षा के लिए गंभीर विचार मंथन के लिए प्रयोग करना चाहिए।

श्रीमहंत महाकाल गिरी व अन्य संताें के साथ जारी बयान में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज जो बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ हो रहा है, वो ही असली इस्लाम है। असली इस्लाम केवल वहां दिखाई देता है, जहां मुसलमान बहुसंख्यक होते हैं। जहां मुसलमान अल्पसंख्यक होते हैं, वहां वो झूठ बोलकर बहुसंख्यक समाज को दिग्भ्रमित करते हैं और अपनी जनसंख्या बढ़ाकर उस देश पर कब्जा करते हैं। इसका सबसे ताजा उदाहरण बांग्लादेश में हो रहा हिंदू नरसंहार है।

उन्हाेंने कहा कि जो आज बांग्लादेश में हो रहा है वो बहुत जल्दी भारत में होगा। भारत पर कब्जा करके इस्लाम के जिहादी संपूर्ण विश्व को इस्लामिक करने के लिए लड़ाई लड़ेंगे। इन सब तथ्यों पर चर्चा करने के लिए ही विश्व धर्म संसद की अति आवश्यकता है। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के साथ विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ. उदिता त्यागी व यति अभयानंद भी थे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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