कृष्णा प्रेम को श्री बंधु शर्मा स्मृति पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया

जम्मू, 2 नवंबर (हि.स.)। कृष्णा प्रेम, अनुभवी डोगरी लघु कथाकार को डोगरी भाषा में उनकी लघु कथाओं के संग्रह 'कस्तूरी' के लिए के.एल. सैहगल हॉल, राइटर्स क्लब जम्मू में बंधु शर्मा के परिवार के सहयोग से डोगरी संस्था जम्मू द्वारा आयोजित एक समारोह में प्रथम श्री बंधु शर्मा स्मृति पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जम्मू विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति प्रो. आर.डी. शर्मा मुख्य अतिथि थे।

यहाँ यह उल्लेख करना उचित होगा कि बंधु शर्मा एक प्रख्यात लघु कथाकार हैं जिन्होंने डोगरी साहित्य में अपने महत्वपूर्ण योगदान से एक अलग पहचान बनाई है। उन्हें वर्ष 2000 में ‘मील पत्थर’ नामक लघु कथाओं के उत्कृष्ट संग्रह के लिए साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। श्री बंधु शर्मा स्मृति पुरस्कार बंधु शर्मा के परिवार द्वारा डोगरी संस्था जम्मू के सहयोग से स्थापित किया गया है और यह किसी डोगरी लेखक द्वारा पिछले पांच वर्षों में लिखी गई लघु कथाओं के सर्वश्रेष्ठ संग्रह या उपन्यास दिया जाता है। इस वर्ष जूरी सदस्यों द्वारा 17 प्रविष्टियों में से वरिष्ठ लघु कथाकार कृष्ण प्रेम द्वारा लिखित लघु कथाओं के संग्रह ‘कस्तूरी’ को सर्वश्रेष्ठ चुना गया। पुरस्कार के तहत 21,000 रुपये की पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और एक शॉल प्रदान किया गया।

डोगरी संस्था जम्मू के प्रधान प्रो. ललित मगोत्रा ​​ने अपने स्वागतीय भाषण में बोलते हुए याद दिलाया कि स्वर्गीय बंधु शर्मा एक विपुल डोगरी लेखक थे और उनकी लघु कथाओं ने डोगरी साहित्य में मील पत्थर स्थापित किए हैं और कई लोगों को साहित्य सृजन के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने पर कृष्णा प्रेम को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं। मुख्य अतिथि प्रो. आर.डी. शर्मा ने कहा कि बंधु शर्मा न केवल एक बेहतरीन कहानीकार थे, बल्कि एक बहुत अच्छे इंसान भी थे। उनकी कहानियों में मानवता के प्रति उनकी संवेदनाएं स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं और उनकी रचनाएँ किसी भी भाषा की श्रेष्ठतम साहित्यिक कृतियों के बराबर हैं। बंधु शर्मा की सुपुत्री रंजना शर्मा ने इस अवसर पर अपने पिता के साथ संस्मरणों को याद करते हुए उनकी साहित्यिक यात्रा को सभी के साथ सांझा किया। कृष्णा शर्मा ने भी सभी उपस्थित महानुभावों के सामने अपनी साहित्यिक यात्रा सांझी की तथा चयनित होने पर डोगरी संस्था जम्मू और बंधु शर्मा के परिवार का धन्यवाद किया। कार्यक्रम के दौरान बंधु शर्मा के तीन कहानी संग्रहों ' परशामे ' कीगंरे ' और ' मील पत्थर' के नए संस्करणों का विमोचन भी किया गया।

इस अवसर पर जाने-माने रंगकर्मी राजकुमार बहुरूपिया ने बंधु शर्मा की एक कहानी का वाचन किया। प्रख्यात डोगरी कवि सुशील बेगाना ने प्रशस्ति पत्र पड़ा, माधवी ने कार्यक्रम का संचालन किया जबकि बंधु शर्मा परिवार की तरफ से पारुल और डोगरी संस्था जम्मू के साहित्य मंत्री सुशील बेगाना ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। समारोह में बड़ी संख्या में लेखक, बंधु शर्मा तथा कृष्णा प्रेम के परिवार के सदस्य और साहित्य जगत से जुड़े लोग शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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