शिमला, 05 नवंबर (हि.स.)। जिला शिमला में पुलिस प्रशासन की सख्ती के बावजूद नशीले पदार्थों की तस्करी के मामलों में अंकुश नहीं लग पा रहा है। इस साल पुलिस ने मादक पदार्थों विशेषकर चिट्टे की तस्करी के अनेकों मामले पकड़े हैं। अप्पर शिमला में नशे के कारोबार को अंजाम दे रहे शाही महात्मा और राधे गैंग के कई गुर्गे पुलिस के हत्थे चढ़े है। चौंकाने वाली बात यह है कि महिलाएं भी नशे का कारोबार कर रही हैं। नशे की तस्करी में महिलाओं की संलिप्तता बढ़ रही है।
ताजा मामले में दो महिलाएं चिट्टे की तस्करी के आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़ी हैं। बालूगंज थाना क्षेत्र के तहत पुलिस के स्पेशल सैल ने एक बस में सफर कर रही दो महिलाओं के कब्जे से नशीला पदार्थ चिट्टा बरामद किया है। स्पैशल सैल की टीम ने शोघी बैरियर के पास शिमला की तरफ से आ रही बस नं० एचपी 18सी-4792 को निरीक्षण के लिए रोका और तलाशी के दौरान दो महिला यात्रियों के कब्जे से से 8.330 ग्राम चिट्टा पकड़ा। आरोपित महिलाओं की पहचान 32 वर्षीय सुमन देवी व 70 वर्षीय पार्वती देवी के तौर पर हुई है। दोनों महिलाएं शिमला के डाउनडेल फागली की रहने वाली हैं।
पिछले दिनों पुलिस ने कोटखाई में चिट्टा तस्करी कर रहे रंजन गैंग के मामले में दो सगी बहनों को गिरफतार किया था। सितंबर महीने में शिमला शहर के एक होमस्टे से एक युवक व युवती को चिट्टे के साथ गिरफतार किया था। शिमला पुलिस ने नशे के खात्मे के लिए ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। इसके तहत बड़े तस्करों को पुलिस गिरफत में ले चुकी है। शाही महात्मा गैंग के दो दर्जन से अधिक गुर्गों को गिरफतार किया जा चुका है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि इस साल नशे की तस्करी से जुड़े 210 मामलों में 462 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा