संभल के 68 तीर्थाें और 19 कूपों के जीर्णाेद्धार में पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन और पतंजलि विश्वविद्यालय करेगा सहयोग

मुरादाबाद, 12 जनवरी (हि.स.)। संभल के 68 तीर्थाें और 19 कूपों के जीर्णाेद्धार के कार्य में पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन (ट्रस्ट) और पतंजलि विश्वविद्यालय भी सहयोग करेगा। इसको लेकर पतंजलि से करार (एमओयू) किया गया है। इन्हीं तीर्थाें और कूपों का जीर्णाेद्धार के लिए संभल कल्कि देवतीर्थ समिति का गठन हुआ है। इसके अध्यक्ष जिलाधिकारी, सह अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक सहित मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी सहित कई अधिकारी और मंहत आदि समिति में शामिल किए गए हैं।

संभल के विवादित शाही जामा मस्जिद और हरिहर नाथ मंदिर के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद संभल पूरे देश में छा गया। बीते दिनों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) की टीम ने संभल के 68 तीर्थाें और 19 कूपों का सर्वे किया है। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में तहसील में आयोजित प्रथम बैठक में वक्ताओं ने कहा कि संभल के प्राचीन तीर्थ, कूप और बावड़ी इस बात को प्रमाणित करते हैं कि संभल ऐतिहासिक नगरी है। यहां की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करना सबकी जिम्मेदारी है, क्योंकि यह हमारे गौरवशाली इतिहास की परिचायक हैं। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यहां के 68 तीर्थ में से 34 चिह्नित कर लिए गए हैं, उनको संवारने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा संभल में मिल रहे तीर्थ, कूप और बावड़ी को लेकर चर्चा की गई।

संभल कल्कि देवतीर्थ समिति के अध्यक्ष जिलधिकारी, सह अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकरी, तहसीलदार, बीडीओ, ईओ पालिका, महंत ऋषिराज गिरि, छत्रपाल सिंह, संजय कुमार गुप्ता, डॉ. डीवी शर्मा शामिल है। ----------------

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल

   

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