सौर ऊर्जा का इस्तेमाल मानव प्रजाति का भविष्य, आम नागरिक दिखाएं दिलचस्पी : जेरेडा

कार्यक्रम में शामिल पदाधिकारी

जेरेडा के तकनीकी विशेषज्ञों के पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर दिया प्रेजेंटेशन

रामगढ़, 4 अक्टूबर (हि.स.)। सौर ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल ही मानव प्रजाति का भविष्य है। आज हम थर्मल पावर से निर्मित ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन उससे प्रदूषण भी फैल रहा है। सौर ऊर्जा न सिर्फ हमारी जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि वह हमारे वातावरण को भी प्रदूषित होने से बचाएगा। यह बातें शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित कार्यशाला के दौरान जेरेडा के पदाधिकारी आर्यदीप जेना ने कही। इस दौरान मौजूद पीआईबी के झारखंड एवं उड़ीसा के अपर महानिदेशक अखिल कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के एडवांटेज काफी है और यह तभी प्रसारित हो सकता है जब स्थानीय लोगों के बीच मीडिया इसे प्रसारित करेगा। सूचना प्रसारण मंत्रालय के विभाग पत्र सूचना कार्यालय एवं रामगढ़ जिला प्रशासन के सहयोग से क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला 'वार्तालाप' कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसका विधिवत उद्घाटन पीआईबी के अपर महानिदेशक अखिल कुमार मिश्रा और डीसी चंदन कुमार के द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी प्रभात कुमार, जेरेडा से जुड़े तकनीकी विशेषज्ञ आर्यदिप्त जेना और बी.के. दास भी मौजूद रहे।

वार्तालाप में शामिल होने पर खुशी व्यक्त करते हुए डीसी चंदन कुमार ने पत्र सूचना कार्यालय द्वारा जिले में वार्तालाप कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की सराहना की। साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से आम जनों को बिजली आपूर्ति में होने वाले फायदे के दूरगामी असर को चिन्हित किया।

पीआईबी के अपर महानिदेशक अखिल कुमार मिश्रा ने बताया कि वार्तालाप आयोजन का मकसद आम और सहज भाषा में जिलों में जाकर के मीडिया से रूबरू होना है। विकास से जुड़े विभिन्न सरकारी योजनाओं पर खुले मंच पर द्विपक्षीय चर्चा करना है। उन्होंने पत्रकारों से पीएम सूर्य घर योजना पर चर्चा हेतु आए विशेषज्ञों की बातों को ध्यान पूर्वक समझने और आमजनों तक पहुंचाने का आग्रह किया।

उपायुक्त चंदन कुमार ने इस योजना के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि रामगढ़ जिले के कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों में झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेरेडा) के सहयोग से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य किया जा सकता है।

परिचर्चा में वार्तालाप में झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी के सोलर एंड रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के टीम लीडर आर्यदीप जेना ने कहा कि झारखंड राज्य में सौर ऊर्जा की बहुत अधिक संभावना है। क्योंकि वर्तमान समय में राज्य में सौर ऊर्जा कुल बिजली उत्पादन में केवल 14% योगदान कर रहा है। जबकि 2030 तक इसका लक्ष्य बिजली उत्पादन का 50 प्रतिशत तक जाने का है। इसके लिए सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और अन्य योजना जैसे कुसुम बीज योजना का काफी महत्व है। उन्होंने राज्य के गिरिडीह जिले में किए जा रहे हैं कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इस शहर को मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है।

झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी के सोलर एंड रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के विशेषज्ञ बीके दास ने अपने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से लोगों को सौर ऊर्जा के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से न सिर्फ बिजली के बिल को शून्य किया जा सकता है, बल्कि अपने छत पर सोलर पैनल से बिजली उत्पादन कर प्रति माह एक हजार रुपये तक आसानी से कमाया भी जा सकता है। उन्होंने सरकार के द्वारा दिए जा रहे विभिन्न सब्सिडी योजना की जानकारी दी और प्रेजेंटेशन से इसके आवेदन के तरीकों पर प्रकाश डाला।

कार्यशाला का संचालन पीआईबी रांची के मीडिया एवं संचार अधिकारी राजेश सिन्हा ने किया और सभी से वर्तालापके दौरान पीएम सूर्य घर बिजली योजना के विभिन्न पहलुओं को आम जनों तक पहुंचाने के लिए इसके प्रचार प्रसार करने का आग्रह किया। वहीं अपने स्वागत भाषण संबोधन में पीआईबी के कार्यालय प्रमुख, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी गौरव पुष्कर ने वार्तालाप की सार्थकता तथा इस रामगढ़ में आयोजित करने के प्रयासों और उद्देश्य की चर्चा करते हुए सभी सहभागियों और अतिथियों का इसमें शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

   

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