जूनियर डॉक्टरों का अनशन : पांचवें दिन की भूख हड़ताल के बाद सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया

कोलकाता, 09 अक्टूबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों की चल रही भूख हड़ताल के पांचवें दिन, सरकार ने आखिरकार उन्हें बातचीत के लिए बुलाया है। बुधवार शाम को राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने ईमेल के माध्यम से जूनियर डॉक्टरों को बैठक के लिए आमंत्रित किया। यह बैठक सॉल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन में शाम 7:45 बजे से राज्य की टास्क फोर्स के साथ होगी। बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव करेंगे और इसमें जूनियर डॉक्टरों के आठ से 10 प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं।

जूनियर डॉक्टरों की ओर से बताया गया है कि वे मुख्य सचिव के बुलावे पर बैठक में शामिल होंगे। डॉक्टरों ने शनिवार रात से धर्मतला में अनशन शुरू किया था, जब छह जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन का नेतृत्व किया। बाद में आर.जी. कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो भी इसमें शामिल हो गए, क्योंकि इसी अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म‌ और हत्या के मामले ने इस आंदोलन को जन्म दिया था।

जूनियर डॉक्टरों की दस सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से अस्पतालों में सुरक्षा की गारंटी और आर.जी. कर अस्पताल की पीड़िता के लिए न्याय शामिल है। उनके अन्य प्रमुख मांगों में राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को हटाने की मांग भी शामिल है। आंदोलन के नेता देवाशीष हालदार ने कहा कि सरकार पर जन आंदोलन का दबाव है। आम जनता इस आंदोलन का समर्थन कर रही है। हम कमजोर नहीं हुए हैं, बल्कि अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। 10 से 15 दिन पहले हमने अपनी मांगें रखी थीं, फिर भी सरकार अब क्यों बुला रही है, यह समझ नहीं आ रहा।

हालदार ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जातीं, तो वे अपना अनशन समाप्त नहीं करेंगे। इससे यह संकेत मिलता है कि डॉक्टर तब तक हड़ताल जारी रखने का इरादा रखते हैं, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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