ख़ानक़ाह आस्ताना आलिया समदिया के हजरत मुफ्ती अतहर मियां चिश्ती का इंतिक़ाल

औरैया, 01 दिसंबर (हि. स.) हिंदुस्तान के सुप्रसिद्ध खानकाह आस्ताना आलिया समदिया फफूंद शरीफ के हजरत सैयद मुफ्ती अतहर मियां चिश्ती का रविवार को निधन हो गया। निधन की खबर फैलते ही नगर में गम का माहौल हो गया और आसपास व अन्य जिले के हजारों लोग खानकाह में पहुंच गए और उनके अंतिम दर्शन कर जनाजे में शामिल हुए। शाम को इशा की नमाज़ के बाद गमगीन माहौल में उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। जिनके जनाज़े की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए।

रविवार को सुप्रसिद्ध खानकाह आस्ताना आलिया समदिया फफूंद शरीफ के मुफ्ती सैयद अतहर मियां चिश्ती का 69 वर्ष की आयु में निधन हो गया जो कई दिनों से बीमार चल रहे थे जिनके इंतिक़ाल की खबर फैलते ही नगर व क्षेत्र में ग़म की लहर दौड़ गयी और जनपद तथा अन्य जनपदों से भी उनके अंतिम दर्शन में शामिल होने के लिए अकीदतमंदों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं इंतिक़ाल की खबर के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष मु० अनवर कुरैशी ने तत्काल आस्ताना आलिया पहुंच वहां के आसपास साफ सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया और नगर पंचायत कर्मचारियों को साफ सफाई के लिए तैनात कर आस्ताना आलिया व उसके आसपास से लेकर कब्रिस्तान तक जाने वाली सड़कों की सफाई कराई जिससे जनाजे के साथ चलने वाले लोगों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।

आपको बता दें की सैयद अतहर मियां चिश्ती एक सूफी थे जो प्रसिद्ध सूफीसन्त हुज़ूर हाफ़िज़े बुखारी सैयद शाह अब्दुस्समद चिश्ती के घराने से थे और आप ख़ानक़ाह आस्ताना आलिया समदिया के सज्जादा नशीन सैयद अख़्तर मियां चिश्ती के छोटे भाई थे।,जिनकी नमाज़ जनाज़ा रविवार शाम 7 बजे आस्ताना आलिया पर हुई जिनके जनाज़े की नमाज़ में हजारों अकीदतमंदों ने शामिल होकर नेकियाँ हासिल की और उनकी ज़ियारत (अंतिम दर्शन) किये। जिसके बाद उनका जनाज़ा आस्ताना आलिया से होकर भराव मोहल्ला स्थित अपने निजी कब्रिस्तान पर पहुँचा जहां हज़ारों लोगों की मौजूदगी में ग़मगीन माहौल में उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया। जनाज़े में आस्ताना आलिया के तमाम मख़दूमीन(मियां हज़रात )और नगर व क्षेत्र के अलावा दूर दराज के अन्य जनपदों से भी आये हजारों लोग शामिल हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार

   

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