गुरुग्राम: स्वच्छता प्रगति का प्रतीक है, गंदगी दरिद्रता की प्रतीक: सुभाष चंद्रा
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- Dec 05, 2024
-स्वच्छता जागरुकता कार्यशाला में पहुंचे स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष
-स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में आयोजित हुई जिला स्तरीय कार्यशाला
गुरुग्राम, 5 दिसंबर (हि.स.)। स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्रा ने कहा कि जहां पर स्वच्छता होती है, वहां पर प्रगति आती है। क्योंकि स्वच्छता प्रगति व विकास का प्रतीक है, जबकि गंदगी दरिद्रता, आलस्य व बीमारी लाती है। यह बात उन्होंने गुरुवार को सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में जिला स्तरीय स्वच्छता जागरुकता कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता तथा स्वास्थ्य का सीधा संबंध होता है। अगर हमारे घर के साथ-साथ हमारा गली-मोहल्ला, गांव-शहर, प्रदेश व देश स्वच्छ रहेगा तो हम सभी नागरिक भी स्वस्थ रहेंगे तथा अपने समाज व देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता व्यवहार का विषय है तथा हम सभी को अपने व्यवहार में इसे शामिल करना होगा। यह मुहिम केवल एक पक्ष से नहीं, बल्कि सरकार व जनता दोनों पक्षों के काम करने से सफल होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक आह्वान पर सभी देशवासियों ने वर्ष 2014 से देश को स्वच्छ बनाने का बीड़ा उठाया। प्रधानमंत्री ने स्वयं अपने हाथों में झाड़ू लेकर श्रमदान करके देशवासियों को स्वच्छता की इस मुहिम से जुडऩे का आह्वान किया। प्रधानमंत्री के इस अभियान को हरियाणा प्रदेश में शुरू करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी श्रमदान करके नागरिकों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित किया है। परिणामस्वरूप हरियाणा प्रदेश ने दो बार देश में स्वच्छता के नंबर-वन पायदान पर अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।
इसके अलावा, हरियाणा प्रदेश खुले में शौचमुक्त प्रदेश भी बना है। चंद्रा ने नगर निगम गुरुग्राम व कपड़ा थैला बैंक द्वारा शुरू की गई पॉलीथीन फ्री मुहिम की सराहना की। इसके साथ ही नगर निगम गुरुग्राम द्वारा हाल ही में बनाए गए इंडिया बुक ऑफ अमेजिंग रिकार्ड की प्रशंसा की। कार्यक्रम में नगर निगम गुरुग्राम की संयुक्त आयुक्त सुमन भांखड़ व जिला परिषद सीईओ जगनिवास ने सभी का स्वागत व धन्यवाद किया।
कार्यकारी उपाध्यक्ष ने कहा कि स्वच्छता केवल कहने से नहीं, बल्कि करने से आएगी। सरकार से हमारी अपेक्षाएं बहुत हैं तथा सरकार हमारी अपेक्षाओं को पूरी भी कर रही है, लेकिन स्वच्छता की अपेक्षा पूरी करने में सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे स्वच्छता अभियान में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें तथा वार्ड व गांव स्तर पर कमेटियां बनाएं, जिनमें स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों, एनएसएस, एनजीओ, धार्मिक संतों, भूतपूर्व सैनिकों, खिलाडिय़ों, कलाकारों व जनप्रतिनिधियों को शामिल करें। जितना बड़ा स्वरूप होगा उतने ही बड़े परिणाम भी हासिल होंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता व स्वच्छ जल की मुहिम शुरू करें।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा