विविधता का अमृत महोत्सव राष्ट्रपति भवन परिसर में 6-9 मार्च तक होगा आयोजित
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- Mar 05, 2025

नई दिल्ली, 5 मार्च (हि.स.)। “विविधता का अमृत महोत्सव” के तहत इस वर्ष दक्षिण भारत के रंग देखने को मिलेंगे। राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी। यह उत्सव 6 से 9 मार्च तक सुबह 10 से शाम 8 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। इस उत्सव में प्रवेश निःशुल्क है। इस उत्सव के दूसरे संस्करण में दक्षिण भारत को दर्शाया गया है, जिसमें कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। इसके साथ इस उत्सव में लक्षद्वीप और पुडुचेरी को भी शामिल किया गया है। इस उत्सव में दक्षिण भारत के 500 से अधिक कारीगर और बुनकर पारंपरिक हस्तशिल्प और हथकरघा का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें कांजीवरम और कसावु साड़ियां, पोचमपल्ली इकत, मैसूर सिल्क और जटिल पीतल और लकड़ी के शिल्प शामिल हैं। 400 से अधिक कलाकार लोक और शास्त्रीय नृत्य और संगीत प्रस्तुत करेंगे, जिससे दक्षिण भारत की सांस्कृतिक झलक दिखाई देगी।
पिछले साल आयोजित पहले संस्करण में पूर्वोत्तर भारत पर ध्यान केंद्रित किया गया था और इसे 1.3 लाख आगंतुकों और कारीगरों के लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री के साथ जबरदस्त समर्थन मिला था। इस उत्सव का उद्देश्य राष्ट्रपति भवन को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का केंद्र बनाना है, जिससे भारत की जीवंत विरासत को उसके नागरिकों के करीब लाया जा सके।
इस उत्सव में दक्षिण भारत के लजीज पकवान का भी लुफ्त लेने का मौका मिलेगा। इसमें बिसी बेले बाथ, केरल साद्या, चेट्टीनाड की खासियतें और आंध्र के तीखे स्वाद जैसे मुंह में पानी लाने वाले स्वाद को चखने का मौका मिलेगा। इसके साथ युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए इंटरैक्टिव कार्यशालाओं, कहानी सुनाने और सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ युवा जुड़ाव क्षेत्र को भी विकसित किया गया है।
यह उत्सव संस्कृति मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, जनजातीय मामलों के मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय और सभी भाग लेने वाले राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी