कफ सीरप पीने से दो मासूम भाइयों की बिगड़ी तबीयत, एक की मौत, दूसरा सैफई रेफर
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- Dec 06, 2025
औरैया, 06 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद के ऐरवाकटरा थाना क्षेत्र के नगला कहारन गांव में शुक्रवार को कफ सीरप पीने के बाद दो भाइयों की हालत अचानक बिगड़ गई। सांस लेने में दिक्कत और उल्टी होने पर परिजन उन्हें आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बड़े बच्चे को मृत घोषित कर दिया, जबकि छोटे की हालत गंभीर होने पर उसे उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई रेफर कर दिया गया। दर्दनाक घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
सहार क्षेत्र के गांव पटना बेला निवासी सचिन कुमार अपनी पत्नी नेहा और दोनों बेटे 18 माह के रोहन तथा नौ महीने के सोहन के साथ गुरुवार को दोवामाफी मंदिर मुंडन संस्कार के लिए आए थे। कार्यक्रम के बाद परिजन तो वापस लौट गए, लेकिन सचिन अपने परिवार के साथ नगला कहारन स्थित साढ़ू के घर रुक गया था।
शुक्रवार को दोनों बच्चों को खांसी आने लगी। घरेलू इलाज के तहत घर पर रखा कफ सीरप कोफजिन उन्हें पिला दिया गया, जो कि उनकी मौसी अपने उपयोग के लिए लाई थीं। परिजनों के मुताबिक, सीरप पिलाने के बाद नेहा ने रोहन को दूध पिलाया और दोनों बच्चों को सुला दिया। लेकिन दूध पिलाने के बाद उन्हें डकार नहीं दिलाई गई, जिससे शाम होते-होते उनकी हालत बिगड़ती चली गई।
शाम लगभग चार बजे जब मासूम जागे नहीं, तो परिजनों ने उन्हें उठाने की कोशिश की, लेकिन कोई हरकत न होने पर तुरंत सीएचसी बिधूना ले जाया गया। वहां तैनात चिकित्सक डॉ. प्रदीप सिंह ने बताया कि रोहन को मृत स्थिति में लाया गया था, जबकि सोहन की सांस नली में दिक्कत होने के कारण उसे रेफर किया गया है। डॉक्टर ने आशंका जताई कि डकार न लगवाने और सांस नली में रुकावट के कारण ऐसी गंभीर स्थिति बनी होगी।
घटना के बाद परिजनों ने रोहन का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और शव को घर ले गए। वहीं कुछ मेडिकल स्टोर संचालकों का कहना है कि बच्चों को संभवतः कफ सीरप की अधिक मात्रा दे दी गई होगी, जबकि बच्चों के लिए इसकी सामान्य डोज ढाई से तीन एमएल तक होती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार



