मुरादाबाद, 02 नवम्बर (हि.स.)। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर रामगंगा विहार में शनिवार को भगवान महावीर का 2551 वां निर्वाण महोत्सव धूमधाम व हर्षोल्लास से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बाल योगी गिरनार पीठाधीश्वर क्षुल्लक रत्न 105 श्री समर्पण सागर महाराज ने कहा कि जैन समाज में दीपावली पर महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस मनाया जाता है। ज्ञान का दीप प्रज्वलित होना दीपावली है।
समर्पण सागर महाराज ने आगे कहा कि महावीर स्वामी का निर्वाण कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के अंतिम प्रहर यानि अमावस प्रभात में हुआ था। शाम को गौतम गणधर को केवल ज्ञान मिला। इस कारण अमावस को सुबह भगवान को निर्वाण लड्डू समर्पित किया जाता है। इसके बाद शाम को गौतम गणधर को केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसलिए शाम को ज्ञान का दीप जलाया जाता है। अर्थात घर पर दीपक जला कर दीपावली मनाई जाती है। आज से जैन संवत जिसे वीर निर्वाण संवत कहा जाता है वह भी बदल जाता है यानी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा से संवत् बदल कर 2550 के स्थान पर 2551 प्रारम्भ हो गया अर्थात नववर्ष शुरू हो गया।
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में निर्वाण पूजा का प्रारम्भ भगवान के अभिषेक के साथ प्रारम्भ हुआ। प्रथम अभिषेक एवं शांतिधारा करने का सौभाग्य संदेश जैन जीएसटी कमिश्नर, आर्यन जैन एवं संदीप जैन अध्यक्ष जैन मन्दिर रामगंगा विहार परिवार को प्राप्त हुआ। मुख्य लड्डू समर्पित करने का सौभाग्य मुदित जैन, रुक्मणी जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन, मुरादाबाद दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष अनिल जैन, पवन कुमार जैन, नमन जैन, रामगंगा विहार जैन मन्दिर के अध्यक्ष संदीप जैन, मंत्री नीरज जैन, सजल जैन, विकास जैन, अमित जैन, सर्वोदय जैन, महिला समाज की अध्यक्ष उषा जैन मंत्री सुषमा जैन एवं समस्त समाज ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल