सिरसा: परीक्षा का मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों में यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता पैदा करना 

करीब दो लाख स्कूली बच्चों ने दी यातायात नियमों पर आधारित परीक्षा

सिरसा, 12 नवंबर (हि.स.)। जिला भर के 800 स्कूलों व 25 कॉलेजों के करीब दो लाख 5 हजार स्कूली बच्चों ने यातायात नियमों पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता परीक्षा दी । जिला के यातायात थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि इस अवसर पर बच्चे परीक्षा को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दिए क्योंकि कि बचपन का समय स्वर्णिम कॉल होता है तथा सीखने और सीखाने का सही समय होता है।

यातायात थाना प्रभारी ने कहा कि बचपन में यदि बच्चों को अच्छे संस्कारों की शिक्षा दी जाएं तो वे भविष्य में अच्छे नागरिक साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बचपन के समय सीखी हुई बाते बच्चे जिंदगी भर याद रखते हैं। पुलिस उन्होने ने बताया कि यातायात नियमों पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता परीक्षा करवाने में शिक्षा विभाग का काफी अहम योगदान रहा है । यातायात थाना प्रभारी ने जिला भर के सभी स्कूल,कॉलेजो के विधार्थियों से आह्वान किया है कि वे यातायात नियमों की स्वयं पालना कर अपने आसपास के लोगों को यातायात नियमों की पालना करने के लिए प्रेरित करें ताकि एक सभ्य समाज की स्थापना की जा सके। यातायात थाना प्रभारी ने स्कूली बच्चों से कहा कि यातायात नियमों को अपने मन से अपनाए न कि किसी के डर या भय से ।

उन्होंने कहा कि यातायात नियमों की पालना कर बच्चे अपने समाज और देश को एक नई दिशा और दशा दे सकते हैं, क्योंकि बच्चे देश का आने वाला भविष्य है, इसीलिए उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 18 साल से कम उम्र तक वाहन नहीं चलाएंगे ।उन्होंने बताया कि जिला पुलिस द्वारा यातायात व्यवस्था को सदृड व सुचारु बनाने के लिए लगातार सेमिनार व गोष्ठियों के माध्यम से आमजन को यातायात नियमों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी देकर जागरुक किया जा रहा है ।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश डाबर

   

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