अवकाश पर जाने से पूर्व मतदान करें , महाराष्ट्र दिवस पर ठाणे डीएम शिंगारे का आव्हान

मुंबई, 1मई (हि स) ।ठाणे जिले के तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में 20 मई 2024 को मतदान होगा। उससे पहले दो दिन की छुट्टी है.ठाणे कलेक्टर अशोक शिंगारे ने आज सभी ठाणे वासियों से अपील की कि हम सभी को छुट्टी मनाने के बजाय 20 मई को मतदान करना चाहिए और महाराष्ट्र राज्य के निर्माण की 64वीं वर्षगांठ मनाते हुए महाराष्ट्र की समृद्ध और प्राचीन विरासत को लोगों तक पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए।

महाराष्ट्र दिवस की 64वीं वर्षगांठ पर मुख्य शासकीय ध्वजारोहण समारोह पुलिस खेल परिसर, साकेत मैदान, ठाणे में कलेक्टर अशोक शिंगारे द्वारा हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर ठाणे मनपा आयुक्त सौरभ राव, ठाणे पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे, संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ज्ञानेश्वर चव्हाण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती छायादेवी शिसोडे, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. डी.एस. स्वामी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रशासन) श्री. संजय जाधव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिमी क्षेत्रीय प्रभाग) विनायक देशमुख, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पंजाबराव उगले, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्रीय प्रभाग) दत्तात्रेय शिंदे, पुलिस उपायुक्त सुभाष बर्से, डॉ. श्रीकांत परोपकारी, डाॅ. विनयकुमार राठौड़, रूपाली अंबुरे, पराग मनेरे, शिवराज पाटिल, शशिकांत बोराटे, अमरसिंह जाधव, सचिन गोरे, सुधाकर पठारे, अतिरिक्त कलेक्टर मनीषा जायभाये, ठाणे ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दीपाली घाटे-घाडगे, डिप्टी कलेक्टर (सामान्य) गोपीनाथ थोम्ब्रे, डिप्टी कलेक्टर दीपक चव्हाण, विकास गजरे, सरजेराव म्हस्के पाटिल, उर्मिला पाटिल, तथा प्रोबेशनरी डिप्टी कलेक्टर ज्योति कांबले,आदि अनेक अधिकारी उपस्थित थे |

कलेक्टर शिंगारे ने अपने भाषण में आगे कहा कि महाराष्ट्र राज्य का गौरवशाली इतिहास, वीरता और बलिदान की परंपरा और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। भारत की स्वतंत्रता के बाद, भाषावार प्रांतीयकरण के बाद महाराष्ट्र के निर्माण के लिए महाराष्ट्र संघ आंदोलन शुरू हुआ। इस आन्दोलन में सभी मराठी भाषियों ने भाग लिया। इसमें 105 से अधिक शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान के कारण 1 मई 1960 को मुंबई सहित महाराष्ट्र राज्य का निर्माण हुआ। संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन महाराष्ट्र में स्वतंत्रता के बाद का आंदोलन था जिसे व्यापक जन समर्थन प्राप्त था। इस आंदोलन में महाराष्ट्र के सभी क्षेत्रों से मध्यम वर्ग, श्रमिक, किसान, बुद्धिजीवी आदि एक साथ आये।

ठाणे जिलाधिकारी शिंगारे ने आगे कहा कि ठाणे जिला एक विशेष जिला है. एक तरफ ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण, भिवंडी, मीरा भाईंदर शहर जैसे शहरीकृत क्षेत्र हैं तो दूसरी तरफ शाहपुर, मुरबाड जैसे आदिवासी क्षेत्र हैं। हालाँकि इन दोनों क्षेत्रों की विकास ज़रूरतें अलग-अलग हैं, लेकिन उनमें संतुलन बनाने की चुनौती को पूरा करते हुए ठाणे जिला समग्र विकास के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जिला परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा, अध्ययन और अध्यापन की गुणवत्ता में सुधार के लिए स्कूल टू आदर्श स्कूल पहल लागू की जा रही है। साथ ही, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को स्मार्ट स्वास्थ्य केंद्रों में बदलने का अभियान भी चलाया जा रहा है।

हिंदुस्थान समाचार/रविन्द्र

   

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