ममता बनर्जी को सीबीआई जांच के बीच में नहीं आना चाहिए- डॉ. सरमा

गुवाहाटी, 10 मई (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि संदेशखाली मामले में सीबीआई जांच के बीच में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नहीं आना चाहिए। ममता बनर्जी सीबीआई जांच के बीच में आ रही हैं, इसका मतलब है कि उनके दिल में कहीं न कहीं काला है।

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के आवास पर संदेशखाली मामले को लेकर सीबीआई जांच करना चाहती है, ममता बनर्जी क्यों रोक रही हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई से कराने को कहा है। ऐसे में ममता बनर्जी क्यों रोक रही हैं।

मुख्यमंत्री आज पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में एक चुनावी कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की 25 सीटों में से 22 सीटें भाजपा तथा इसके सहयोगी निश्चित रूप से जीत रहे हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि असम की कुल 14 सीटों में से 12 से 13 सीटें भाजपा तथा एनडीए उम्मीदवारों का जीतना तय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगारों को नौकरियां देने में रिश्वत लेने से निकृष्ट कोई भी कार्य नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान हो- किसी से भी नौकरी देने में रुपए नहीं लेना चाहिए।

ममता बनर्जी द्वारा एनआरसी को मुद्दा बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने एनआरसी को लेकर कोई चर्चा ही नहीं की है। ऐसे में ममता बनर्जी एनआरसी को लेकर मुद्दा क्यों बना रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एनआरसी को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं दिया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उच्चतम् न्यायालय के आदेश पर सशर्त जमानत को लेकर भी मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 2 जून को फिर से केजरीवाल को जेल में वापस जाना होगा ऐसे शर्तों पर जमानत लेना एक मुख्यमंत्री के लिए शर्मनाक है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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