शंकराचार्य को साक्षात शिव का स्वरूप माना जाता है : अधीर कौशिक

हरिद्वार, 12 मई (हि.स.)। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शंकराचार्य को साक्षात शिव का स्वरूप माना जाता है। प्रत्येक सनातनी को चारों पीठ पर विराजमान शंकराचार्यों के बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए।

वे रविवार को शंकराचार्य चौक पर श्री अखंड परशुराम अखाड़े के तत्वावधान में आदि गुरु शंकराचार्य के जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में बाेल रहे थे। उन्होंने जॉली ग्रांट हवाई अड्डे का नामकरण शंकराचार्य के नाम पर किए जाने की मांग करते हुए कहा कि उत्तराखंड के चारों प्रवेश द्वार के नाम चारों धामों के नाम पर रखे जाएं।

अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आदिगुरु शंकराचार्य ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए चारों दिशाओं में चार शंकराचार्य पीठ की स्थापना की थी। चारों पीठों पर चार शंकराचार्याें ने समस्त सनातनियों को धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति के लिए ज्ञान का उपदेश दिया जाता है।

इस अवसर पर गुजरात के वड़ोदरा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे और पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद भाई पटेल ने भी श्री अखंड परशुराम अखाड़ा में सम्मिलित होकर शंकराचार्य का पूजन किया और कहा कि उनका परम सौभाग्य है कि उन्हें हरिद्वार आकर मां गंगा एवं भगवान शंकराचार्य की पूजा करने का अवसर प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर कुलदीप शर्मा, राजीव बिष्ट, अध्ययन शर्मा, सार्थक पाल, अरनव शर्मा, अश्मित कौशिक, निखिल कश्यप, विष्णु गौड़, रूद्र भारद्वाज, निशांत राजपूत, आरव सहगल आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/सत्यवान/रामानुज

   

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