सड़क से लेकर केदारनाथ धाम तक सब कुछ ओके, प्रभारी सचिव बोले-और सुदृढ़ बनाएंगे व्यवस्था

-सिरोबगड़ से लेकर सोनप्रयाग तक निरीक्षण कर परखी सुविधा व्यवस्था

-अधिकारियों संग बैठक कर केदारनाथ यात्रा व्यवस्था की समीक्षा, दिए निर्देश

रुद्रप्रयाग/देहरादून, 21 मई (हि.स.)। श्रीकेदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, इसके लिए शासन स्तर के अधिकारी ग्राउंड जीरो पर निगरानी कर रहे हैं। रुद्रप्रयाग जनपद भ्रमण के दूसरे दिन मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव और यात्रा प्रभारी सचिव डाॅ. आर राजेश कुमार ने संबंधित अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर सुविधा व्यवस्था परखी और आवश्यक निर्देश दिए।

प्रभारी सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्रयास है कि चारधाम में जो भी श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं मिले और अतिथि देवो भवः की परंपरा के तहत उनका स्वागत किया जाए, ताकि उनकी यात्रा सुगम हो और वे अपने साथ उत्तराखंड से सुखद अनुभव लेकर जाएं। इसी उद्देश्य से व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है, ताकि जिला स्तर पर जो सुविधा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है वह शासन स्तर पर तत्काल उपलब्ध कराई जा सके।

स्वास्थ्य सचिव ने सिरोबगड़ से सोनप्रयाग तक यात्रा पड़ाव का निरीक्षण करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो क्षेत्र स्लाडिंग जोन हैं उनमें जेसीबी मशीनों की उपलब्धता हो, ताकि यात्रा मार्ग बाधित होने पर उसे तत्काल सुचारु किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने पार्किंग का उचित प्रबंधन किया है किंतु भारी संख्या में श्रद्धालुओं के निरंतर आने से जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में केदारनाथ यात्रा पड़ाव सीतापुर, सोनप्रयाग आदि स्थानों पर पार्किंग फुल होने पर यातायात को पीछे ही रोका जाए, ताकि जाम की स्थिति न होने पाए। केदारनाथ धाम यात्रा की सुविधा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्परता से और सुदृढ़ व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

दुकानों-होटलों पर चस्पा कराएं रेट लिस्ट, गुणवत्ता का रखें ख्याल

उन्होंने अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा मनोज कुमार सेमवाल को निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थयात्रियों से ओवर रेटिंग न हो। इसके लिए सभी दुकानों, होटलों, रेस्टोरेंट व ढाबों में रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से चस्पा किया जाए और खाद्य सामग्री में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही निरंतर चेकिंग की जाए। उन्होंने यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक पेयजल व विद्युत व्यवस्था के साथ स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि जो भी फाॅल्ट आता है उसका शीघ्र मरम्मत कर विद्युत आपूर्ति सुचारु किया जाए।

उन्होंने घोड़े-खच्चरों की विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसी भी घोड़े-खच्चर के साथ क्रूरता न हो। किसी भी दशा में घोड़े-खच्चरों से डबल चक्कर न लगाए जाएं। उन्होंने नोडल अधिकारी हेली को निर्देश दिए कि किसी भी यात्री के साथ कोई धोखाधड़ी एवं जालसाजी न हो और किसी भी दशा में ओवर रेटिंग श्रद्धालुओं से न हो। इस पर कड़ी निगरानी रखी जाए।

यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए प्रभारी सचिव ने पाया कि वर्तमान में जो व्यवस्थाएं की गई हैं वह बेहतर है किंतु भारी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं के लिए सुविधा व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ करना चुनौती है। इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।

इस दौरान संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डाॅ. अमित शुक्ला, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एचसीएस मार्तोलिया, उपायुक्त खाद्य गढ़वाल आरएस रावत, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिलापूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल आदि थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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