जोधपुर में गर्मी से पाली के युवक की मौत, नौ लोगों का चल रहा है अस्पताल में उपचार

जोधपुर, 30 मई (हि.स.)। नौतपा का छठा दिन भी जोधपुर में गर्मी के साथ शुरू हुआ है। तापमान में भले ही गिरावट आई लेकिन गर्मी का एहसास अभी भी 47 डिग्री जैसा ही हो रहा है। बुधवार रात को एमडीएम हॉस्पिटल के हीट एंड स्ट्रोक वार्ड में 10 लोगों को भर्ती किया गया था। इसमें से पाली के एक युवक की मौत हो गई है। वहीं बाकी लोगों को वार्ड में उपचार चल रहा है। सुबह की शुरुआत 31 डिग्री के तापमान के साथ हुई है जो दोपहर में बढ़कर 43 डिग्री तक पहुंच चुका है।

पिछले पांच दिनों में जिले में तापमान 49 डिग्री तक पहुंच चुका था। हालांकि दो दिनों में इसमें 5 से 7 डिग्री की गिरावट आई है लेकिन तपन अभी भी जिले में बरकरार है। लोग सुबह 9 बजे के बाद भी अपने घरों से धूप के कारण बाहर नहीं निकल पा रहे है। अधिकारियों ने जिले के सभी हॉस्पिटल में लू-ताप घात के आने वाले मरीजों को तुरंत उपचार के निर्देश दिए गए है।

नवजात पर भी प्रभाव डाल रही हीटवेव

हीटवेव नवजात शिशुओं पर भी प्रभाव डाल रही है। जोधपुर एम्स में 6 नवजात शिशुओं का डायलिसिस कर उन्हें बचाया गया है। नवजात शिशु विभाग के एचओडी अरूण कुमारेन्दु सिंह ने बताया कि शिशुओं में पानी की कमी होने से सोडियम बढ़ जाता है और शिशुओं का डायलिसिस करना पड़ता है। अभी एम्स में 15 दिन के 6 शिशुओं का डायलिसिस किया गया है। उन्होंने बताया कि सामान्य खून में सोडियम135 से 140 मिली इक्वीलेंट्स पर लीटर होती है और यह 160 से अधिक शिशु के लिए खतरनाक है। एम्स में जिन शिशुओं का डायलिसिस किया गया उनमें सोडियम की मात्रा 175 से 180 तक मिली है। शिशु में पानी की कमी होने से इलाज के बावजूद उसके दिमाग पर हुए बुरे असर की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती। ज्यादा कमी होने से शिशु के गुर्दे खराब व मौत भी हो सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रशेखर/संदीप

   

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