''पहल'' कार्यक्रम के तहत गरीब बच्चों को बांटीं पुस्तकें

बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।बच्चों को बांटी गई किताबों के साथ।

धर्मशाला, 05 जून (हि.स.)। केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के उन्नत भारत अभियान के तहत समाज कार्य विभाग की ओर से ज़रूरतमंद बच्चों के उत्थान के लिए चलाए जा रहे ''पहल'' कार्यक्रम के तहत बुधवार को गरीब व प्रवासी बच्चों को किताबें बांटी गई। विश्वविद्यालय के देहरा परिसर में आसपास के गरीब व प्रवासी लोगों के बच्चों के शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए उन्हें स्कूल के बाद पढ़ाई में मदद करता है और उनके लिए पढ़ाई से संबंधित सामग्री उपलब्ध करवाता है।

समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष और उन्नत भारत अभियान की नोडल ऑफिसर डॉ. शशि पूनम ने बताया कि इसके साथ-साथ इस कार्यक्रम में उनके भौतिक विकास व शारीरिक विकास के लिए विभाग के सभी प्राध्यापक और शोधार्थी रविंद्रा, युक्ता, बबिता, अंकित कुमार, विवेक, सुरेश के साथ-साथ समाज कार्य विभाग के सभी छात्र अलग-अलग गतिविधियां आयोजित करते हैं। इस कार्यक्रम में आसपास की गरीब बस्तियों के लगभग 70 बच्चों की रजिस्ट्रेशन है, जिसमें लगभग 20 से 30 बच्चे हर रोज भाग लेते हैं और अपनी पढ़ाई स्वास्थ्य, स्किल डेवलपमेंट इत्यादि से संबंधित समस्याओं का हल पाते हैं।

इसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के रिसर्च स्कॉलर्स, समाज कार्य बिभाग के सभी छात्र, सभी बच्चों को एक निश्चित समय में पढ़ाने और अन्य गतिविधियों में शामिल होती हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र विभाग से पीएचडी कर चुके छात्र शंकर, जिन्होंने इस पहल कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने अपने अनुभव पर बताया कि 2022 में मुझे अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट छात्र के रूप में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में चयनित होने का सम्मान प्राप्त हुआ। समाज कार्य विभाग के तत्वाधान में आयोजित पहल कार्यक्रम का हिस्सा बनने के दौरान बस्ती क्षेत्रों में रह रहे गरीब छात्रों को कुछ अध्ययन सामग्री वितरित करने का अनमोल अवसर मिला। यह अनुभव गहन रूप से प्रोत्साहक था। यहां मुझे कम भाग्यशाली बच्चों की शिक्षा में एक वास्तविक योगदान करने का अवसर मिला, जो उन्नत भारत अभियान के उद्देश्यों के साथ समर्थन करता है। इन छात्रों के साथ संलग्न होना और उनकी शैक्षिक यात्रा के समर्थन ने मेरे अपने ज्ञान को ही नहीं बढ़ाया, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण के लिए शिक्षा का उपयोग करने के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को मजबूत किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/उज्जवल

   

सम्बंधित खबर