हमीरपुर में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से हारी भाजपा

कार्यकर्ताओं और जनता से दूरी बनाना भारी पड़ा

मोदी और योगी के नाम पर लड़े चुनाव

हमीरपुर, 05 जून (हि.स.)। हमीरपुर लोकसभा सीट पर लंबी जद्दोजहद और रिकाउंटिंग के बाद समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज कर ली। इससे हमीरपुर से दो बार सांसद रहे पुष्पेंद्र सिंह चंदेल हताश और निराश रहे। वह तीसरी बार भी रिकाउंटिंग की मांग करते रहे, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।

हमीरपुर लोकसभा सीट पर अब तक चुने गए सांसदों में समाजवादी पार्टी ने दूसरी बार जीत दर्ज की है। यहां 2024 में राजनारायण बुधौलिया ने साइकिल चलाई थी और संसद तक पहुंचे थे और अब अजेंद्र सिंह राजपूत साइकिल चला कर संसद पहुंचने की राह चुनी है। अजेंद्र सिंह राजपूत ने 2629 वोट से जीत दर्ज की है।

हमीरपुर लोकसभा सीट जो हमीरपुर महोबा और बांदा की तिंदवारी विधानसभा को मिला कर बनी है। यहां इस बार भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए दो बार सीएम और एक जनसभा प्रधानमंत्री की हुई। जबकि उत्तर प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम ने भी जनसभाएं की, लेकिन इसके बाद भी जनता ने सपा की तरफ रूख किया।

हमीरपुर लोकसभा सीट पर लोधी मतदाता की संख्या लगभग ढाई लाख के आसपास है जो प्रत्याशी की जीत के लिए निर्णायक भूमिका निभाता है। जब भाजपा ने इतनी बड़ी तादात में लोधियों को सपा की तरफ जाते देखा तो लोधी बाहुल्य राठ विधानसभा में प्रधानमंत्री की सभा कराई, ताकि लोधी मतदाता को अपने पाले में किया जा सके, जिसमें कुछ हद तक भाजपा को सफलता तो मिली। लेकिन इतनी नहीं मिल सकी की दो बार के सांसद रहे भाजपा प्रत्याशी को जिताया जा सके। ऐसे में सपा प्रत्याशी 2629 वोटों से जीत गए और संसद तक पहुंचने का रास्ता साफ हो गया।

भाजपा के कई नेताओं ने मदद नहीं की

हमीरपुर के मौजूदा दो बार के सांसद की हार के पीछे भाजपा कार्यकर्ता और वह लोग भी हैं। जो बीते दस सालों से टिकट की होड़ में थे। जिनको यह लगता था कि अगर सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने हैट्रिक मार दी तो हमारी हमेशा के लिए टिकट की दावेदारी खत्म हो जाएगी। इन्हीं वजहों से टिकट के दावेदार ने चुनाव में योगदान नहीं किया।

कार्यकर्ता उपेक्षा से नाराज थे

दूसरी तरफ कार्यकर्ता भी सांसद से संतुष्ट नहीं थे क्योंकि सांसद कभी किसी कार्यकर्ता के काम नहीं आए। पुष्पेंद्र सिंह चंदेल पर कार्यकर्ता और आम आदमी का फोन रिसीव नहीं करने का आरोप है। सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल से जब भी उनके द्वारा पूछे गए विकास कार्यों के बारे में बात की गई तो उन्होंने योगी और मोदी सरकार के कार्यों को गिनाया। महोबा जनपद के रहने वाले सांसद ने अपनी निधि से कराए गए कामों के बारे में कभी नहीं बताया।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश

   

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