'पंचायत' फेम अभिनेता आसिफ खान ने अपने संघर्ष के दिनों के बारे में की बात

वेब सीरीज 'पंचायत' की 'गजब बेज्जती है यार'!- इस मशहूर डायलॉग ने कई लोगों के दिलों में जगह बना ली है। ये डायलॉग मीम्स बनाने वालों का पसंदीदा डायलॉग रहा है। गणेश उर्फ आसिफ खान, जो फुलेरा गांव का दामाद है, पंचायत के पहले सीजन में सबसे क्रोधी चरित्र से सीजन 3 में लोगों के लोकप्रिय चरित्र तक पहुंच गया। हालांकि असली जिंदगी के उसके संघर्ष के दिनों की कहानी कम ही लोग जानते होंगे।

एक इंटरव्यू में आसिफ खान ने अपने संघर्ष के दिनों की कहानी बताई। आसिफ खान ने कहा कि मुंबई में खुद को स्थापित करना आसान बात नहीं था। पिता का अचानक निधन हो गया। इसके बाद उन्हें अपना खर्चा चलाने के लिए छोटी-मोटी नौकरियां करनी पड़ीं। 2010 तक आसिफ ने अपनी मां को उन्हें अभिनय में आगे बढ़ने के लिए मना लिया था।

होटल में काम करता था

आसिफ ने कहा, मैंने अपना पेट पालने के लिए एक होटल में वेटर का काम करना शुरू कर दिया। कुछ महीनों बाद मैं रसोई विभाग में काम कर रहा था। उस वक्त होटल में एक पार्टी का आयोजन किया गया था। यह पार्टी सैफ अली खान और करीना कपूर की शादी की रिसेप्शन पार्टी थी।

आसिफ ने कहा कि कुछ समय बाद मैंने होटल की नौकरी छोड़ दी और एक मॉल में काम किया। इस बीच, आसिफ ने कहा कि उन्होंने कुछ ऑडिशन दिए और जयपुर में एक थिएटर ग्रुप में शामिल हो गए।

इसके बाद आसिफ ने कास्टिंग असिस्टेंट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। ''टॉयलेट: एक प्रेम कथा'', ''परी'', ''पगलैट'' और ''इंडियाज मोस्ट वांटेड'' जैसी फिल्मों में कैमियो, छोटी भूमिकाओं से अपने करियर की शुरुआत की।

''जामताड़ा'' से मिली पहचान

आसिफ को करियर में बड़ा ब्रेक मिला। साल 2020 में उन्होंने वेब सीरीज जामताड़ा में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आसिफ ने वेब सीरीज़- पाताल लोक और मिर्ज़ापुर में काम किया। उन्हें ग्रेट इंडियन फ़ैमिली में भी दिखाया गया था। आसिफ अब सेक्शन 108, काकुदा, नूरानी चेहरा, इश्क चकल्लस, द वर्जिन ट्री आदि में नजर आएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ लोकेश चंद्रा/संजीव

   

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