मोदी मंत्रिमंडल में राजस्थान से चार मंत्री, दो कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार और एक राज्य मंत्री

यादव- शेखावत 

जयपुर, 09 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी नई टीम में राजस्थान के चार सांसदों को मंत्री बनाया है। अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव, जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह शेखावत, बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल और अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। इन चार के अलावा राजस्थान से पांचवें चेहरे अश्विनी वैष्णव को भी मंत्री बनाया गया है। वैष्णव ओडिशा से राज्यसभा सांसद हैं और मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री रहे हैं। वे मूलरूप से जोधपुर के रहने वाले हैं।

मंत्री बने चार सांसदों में से दो भूपेन्द्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। अश्विनी वैष्णव भी मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल हुए हैं। वहीं बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल को एक बार फिर स्वतंत्र प्रभार मिला है। अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।

राजस्थान से जिन चार सांसदों को मंत्री बनने का मौका मिला है, उनमें दो ओबीसी, एक दलित और एक सामान्य वर्ग से हैं। भूपेंद्र यादव और भागीरथ चौधरी ओबीसी वर्ग से आते हैं। भागीरथ जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अर्जुनराम मेघवाल राजस्थान का प्रमुख दलित चेहरा हैं और गजेंद्र सिंह शेखावत राजपूत समाज से आते हैं। भूपेंद्र यादव अलवर से सांसद चुने गए है। भूपेंद्र यादव को पिछली एनडीए सरकार में राज्यसभा सांसद रहते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल चौथी बार लगातार सांसद चुने गए। मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में मंत्री रहे है। एससी समाज का बड़ा राजनीतिक चेहरा है। जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत तीसरी बार लगातार सांसद बने हैं। मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में मंत्री रहे है और राजपूत समाज का राजनीतिक चेहरा है। अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी दूसरी बार लगातार सांसद बने। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी है।

अलवर सांसद भूपेंद्र यादव 54 वर्ष के है। पेश से वकील है। ग्रेजुएट है। यादव के परिवार में पत्नी बबीता, बेटी शुभा (एडवोकेट) और प्रज्ञा (एंटरप्रेन्योर) है। वे पिछली बार इसी सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय संभाल रहे थे। यादव अलवर से सांसद चुने गए हैं। उन्होंने कांग्रेस विधायक ललित यादव को 48 हजार 282 मतों से हराया है। वे राजस्थान के साथ कई राज्यों के प्रभारी रहे। संगठन में लंबे समय से सक्रिय और अच्छा-खासा राजनीति अनुभव। हरियाणा और राजस्थान दोनों राज्यों के सियासी समीकरण साध सकते हैं।

जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत 56 वर्ष के हैं। पोस्ट ग्रेजुएट है। अभाविप में सक्रिय रहे। शेखावत के परिवार में पत्नी नोनद कंवर, दो बेटी सुहासिनी शेखावत और सुरानग्मा शेखावत और एक बेटा अर्जुनसिंह शेखावत है। पिछली बार वे मोदी सरकार में जल शक्ति मंत्री थे। हाल के चुनाव में उन्होंने जोधपुर से कांग्रेस के करण सिंह उचियारड़ा को 1 लाख 14 हजार 750 मतों से हराया है। वे तीसरी बार सांसद बने हैं, 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे को हराया, राजथान में प्रमुख राजपूत चेहरा, मोदी-शाह के करीब माने जाते हैं।

बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल 70 वर्ष के हैं। पोस्ट ग्रेजुएट तक शिक्षा हुई है। मेघवाल के परिवार में पत्नी पाना देवी, पुत्र रवि शेखर (राजनीति में सक्रिय) और नवीन मेघवाल (योगा एक्सपर्ट) है। मेघवाल पिछली बार कानून एवं न्याय मंत्री और संस्कृति एवं संसदीय कार्यमंत्री थे। उन्होंने बीकानेर सीट से कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 55 हजार 711 वोट से हराया है। वे चौथी बार सांसद बने हैं, मोदी शाह के करीबी होने के बावजूद लो प्रोफाइल छवि के मालिक है। दलित समाज से प्रमुख चेहरे के तौर पर राजनीति में हैं।

अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी 70 वर्ष के हैं। 12वीं पास है। चौधरी के परिवार में पत्नी अंजना चौधरी (शिक्षिका), बेटे सुभाष और राजेश चौधरी (माइनिंग बिजनेस), बेटी सरिता रेखा है। वे दूसरी बार सांसद बने हैं और पहली बार मंत्री बनेंगे। उन्होंने कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी को 3 लाख 29 हजार 991 मतों से पराजित किया है। वर्तमान में चौधरी भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हैं। राजस्थान में जाट समाज का प्रमुख चेहरा हैं। किशनगढ़ से दो बार विधायक रह चुके हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर/आकाश

   

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