जिला पंचायत ने भूमगादी घोटाले के आरोपितों के विरूद्ध दर्ज करवाया एफआईआर

जगदलपुर, 20 जून (हि.स.)। बस्तर जकला मुख्यालय के पुलिस लाईन में स्थित सी मार्ट-हरिहर बाजार का भूमगादी घोटाले के उजागर होने के बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत की अगुवाई में मामले की जांच की गई और जांच में लाखों का घोटाला होना पाया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत की तरफ से आज गुरुवार को प्राप्त आवेदन के बाद जगदलपुर सिटी कोतवाली में इस घोटाले में शामिल प्रमुख आरोपितों में इस कंपनी के तत्कालीन सीईओ दीनानाथ राजपूत और लेखापाल महेश्वर राव एवं भूमगादी फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी के अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

उल्लेखनीय है कि भूमगादी कंपनी को छग. शासन की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और जिला खनिज न्यास की तरफ से 5 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि और लाखों रुपये की मशीनरी उपकरण आदि मुहैया करवाये गए थे। इस राशि से बस्तर की आदिवासी महिलाओं को वनोपज और कृषि उपज का व्यापार करने, उनके लिए लाभदायक बाजार उपलब्ध कराने और बाजार से बिचौलियों को दूर करने की नीयत से इस कंपनी की स्थापना 2018 में की गई थी। सिर्फ एक साल इस कंपनी का कामकाज संतोषजनक रहा उसके बाद प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए बीते तीन सालों में कंपनी के सीईओ और लेखापाल ने अप्रत्यक्ष रूप से बाहरी व्यापारियों को लाभ पहुंचाते हुए कंपनी को कंगाल बना दिया। इन घोटाले बाजों ने इस कंपनी के लाखों रुपये अपने-अपने रिश्तेदारों के व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर किये और अंत में कंपनी में ताला लगा दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / गेवेन्द्र

   

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