महाराष्ट्र विधानमंडल का वर्षाकालीन सत्र गुरुवार से, विपक्ष ने किया शिंदे के चायपान का बहिष्कार

मुंबई, 26 जून (हि.स.)। महाराष्ट्र विधानमंडल का वर्षाकालीन सत्र गुरुवार से शुरू हो रहा है। मुंबई में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी सत्र होगा और बजट 28 जून को पेश किया जाएगा। मानसून सत्र से पूर्व बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से आयोजित चायपान का विपक्ष ने बहिष्कार किया।

विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों से राज्य की जनता परेशानी में हैं। किसानों की हालत खराब है, ऐसे में मुख्यमंत्री का चायपान करने का कोई मतलब नहीं बनता है। आज विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने विजय बडेट्टीवार के शासकीय आवास पर बैठक बुलाई गई, जिसमें चायपान कार्यक्रम के बहिष्कार का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने राज्य को गड्ढे में डालने का काम किया है। राज्य सरकार का यह आखिरी सत्र है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में आम जनता ने इस सरकार को उनकी जगह बता दी है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री ने किसानों को धोखा दिया है। फर्टिलाइजर पर जीएसटी 35 फीसदी बढ़ गया है। इस भ्रष्ट सरकार ने किसानों के खाद और उपकरणों पर जीएसटी लगा दिया है। अंतिम संस्कार के हर सामान पर 18 फीसदी जीएसटी लगाया गया है। 50 किलो यूरिया का एक बैग 40 किलो का बना दिया है। 10 किलो यूरिया कम कर दिया गया। इसी वजह से विपक्ष ने मुख्यमंत्री के चायपान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत

   

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