भारत-पाक सीमा पर 300 साल पुराना ‘वार्षिक बाबा चमलियाल मेला’ आज से शुरू

जिला सांबा के सब सेक्टर रामगढ़ के जीरो लाइन क्षेत्र छन्नी फतवाल स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा चमलियाल मजार पर आज 27 जून वीरवार को वार्षिक मेले का पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ शुभारंभ होगा। बीते वर्ष 2020-21 तथा 2022 के दौरान कोरोना महामारी नियमों के चलते बाबा चमलियाल मेला पारंपरिक ढंग से शुरू नहीं हो पाया था। चमलियाल मजार कमेटी ने सिर्फ वार्षिक मेले की परंपराओं को निभाते हुए अपनी परंपरा को निभाया था। वहीं, बीते वर्ष 2023 में बाबा चमलियाल का वार्षिक मेला जिला प्रशासन की तरफ से पूरे जोश के साथ आयोजित किया था, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा के वार्षिक मेले में शिरकत की थी। मौजूदा वर्ष 2024 में भी जिला प्रशासन, मजार प्रबंधन, लोकल मेला कमेटी व पंचायत छन्नी फतवाल की तरफ से बाबा चमलियाल वार्षिक मेले के आयोजन की तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। आज वीरवार को विश्व प्रसिद्ध बाबा चमलियाल की मजार पर वार्षिक मेले का सफल आयोजन होगा। बाबा चमलियाल मजार पर आज लगने वाले वार्षिक मेले को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आ रहा है। स्थानीय श्रद्धालुओं में मेले को लेकर बनते उत्साह को देखते हुए मेला यादगार बनने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं मेले के आयोजन व शुभारंभ की सभी तैयारियां सरकारी, प्रशासनिक व मजार प्रबंधन की तरफ से पूरी कर ली गई हैं। आज वीरवार को पूरी रीति-रिवाज व परंपरागत रीतियों को निभाते हुए बाबा चमलियाल मेले का शुभारंभ होगा। मेला अधिकारी तहसीलदार रामगढ़ अभिमन्यु कलसोत्रा के अनुसार बाबा चमलियाल मेला यादगार रहेगा और एक नई छाप छोड़ेगा। मेले में लाखों श्रद्धालुऔं के पहुंचने की उम्मीद है। वहीं श्रद्धालुओं की सेवा, सुविधा के भी प्रशासनिक स्तर पर पूरे बंदोवस्त किए गए हैं। मजार प्रबंधन की मदद से जिला प्रशासन मेले को यादगार बनाने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोडऩा चाहेगा। उन्होंने बाबा के श्रद्धालुऔं से मेले में परिवार सहित शिरकत कर मेले की रौणक को बढ़ाने व चार चांद लगाने की अपील की है।
मेले पर रहेंगे सुरक्षा के कड़े प्रबंध
बाबा चमलियाल वार्षिक मेले की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारियों को अंजाम दे दिया है। चमलियाल मजार से जुडऩे वाले विभिन्न रूटों जिनमें नंदपुर वाया जेरड़ा, स्वांखा वाया चमलियाल, विजयपुर वाया एसएमपुर चमलियाल अन्य पर सुरक्षा के प्रबंधों को बेहतर कड़ा बनाया गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती रहेगी और सुरक्षा की गुप्तचर एजैंसियों के कर्मचारी भी हर स्थिती पर नजर रखकर मेले की सुरक्षा व्यवस्था को यकींनी बनाने में योगदान देंगें। एसएसपी सांबा विनय शर्मा ने चमलियाल मेले की सुरक्षा का घेरा मजबूत बनाने व श्रद्धालुऔं की सुरक्षा के हर बेहतर प्रबंध किए जाने का यकींन दिलाया। उन्होंने मेले के श्रद्धालुऔं से भी अपने आस-पास की सुरक्षा व किसी अनजान व्यक्ति व शरारती तत्व की हरकतों को देखे जाने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की है। साथ ही मेले में पड़ी किसी लावारिस चीज व वस्तु को बिना छूए उसकी जानकारी पुलिस तक पहुंचा कर किसी अप्रिय घटना को समय पर नाकांम बनाने में योगदान देने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि बाबा चमलियाल वार्षिक मेला इस बार यादगार रहेगा और श्रद्धालु मेले की रौणक का पूरा आनंद उठाएंगे। वहीं सरहद की मजबूत सुरक्षा के लिए बीएसएफ की अतिरिक्त टुकडिय़ां भी अपने फर्ज को अंजाम देने के लिए तैनात हैं और अपनी स्तर्कता से मेले को यादगार बनाने में अहम भूमिका निभाकर मेले को यादगार बनाएंगीं।
मेले को यादगार बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को आदेश 
आज वीरवार को आयोजित होने जा रहे बाबा चमलियाल वार्षिक मेले की अंतिम तैयारियों का ड़ीसी साबा अभिषेक शर्मा ने अंतिम तैयारियों का जायजा लेकर विभागीय अधिकारियों को विशेष दिशानिर्देश भी जारी किए। उन्होंने जिला मुख्यालय सांबा में मेलेे की अंतिम तैयारियों का व्यौरा हासिल करने के लिए प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों से चर्चा भी की। ड़ीसी सांबा अभिषेक शर्मा ने कहा कि बाबा चमलियाल वार्षिक मेला यादगार रहना चहिए। इसके लिए जिला प्रशासन, बीएसएफ व लोकल मेला कमेटी अपना पूरा योगदान दे रहा है। उन्होंने मेले की अंतिम विभागीय स्तर तैयारियों को मुकमल हुआ देख संतोष जताया। साथ ही मेला अधिकारी तहसीलदार रामगढ़  के निष्ठासेवा कार्यों की सराहना भी की।
श्रद्धालुओं के लिए रहेगी वन-वे यातायात व्यवस्था
आज वीरवार को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के बाबा चमलियाल वार्षिक मेले में शिरकत करने वाले श्रद्धालुऔं को वन-वे यातायात नियंमों का पालन करने के आदेश जारी रहेंगे। बाबा चमलियाल मजार छन्नी फतवाल से संपर्क रखने वाले सभी रूटों पर आने व आगे बापिस लौटने के लिए वन-वे यातायात नियंम लागू रहेंगे। इससे मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुऔं को सडक़ जांम जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला पुलिस प्रशासन व उच्च यातायात विभागीय अधिकारियों द्वारा हर सीमांत रूट पर इस लागू नियंम के तहत श्रद्धालुऔं को आगे बढऩे की अनुमति दी जाएगी। मेले की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पहले ही पुलिस के साथ यातायात विभागीय कर्मचारी व अधिकारियों ने भी अपने विशेष नाके लगा लिए हैं, ताकि मेले के शुभारंभ मौके पर सडक़ जांम की समस्या पैदा न हो। मेले की सुरक्षा व्यवस्था को यकींनी बनाने के लिए पुलिस के अलावा पैरा मिलटरी फौर्स, एसओजी की भूमिका भी अहम रहेगी।
 

   

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