संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार के लिए आवेदन की अन्तिम तिथि दो सितम्बर

वाराणसी, 27 जून (हि.स.)। प्रदेश सरकार वित्तीय वर्ष 2024-25 में हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के साथ बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना का संचालन कर रही है। पुरस्कार पाने के लिए बुनकर दो सितम्बर 2024 तक आवेदन कर सकते है।

हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने गुरूवार को बताया कि बुनकरों को परिक्षेत्रीय स्तर एवं राज्य स्तर पर पुरस्कार दिया जाएगा। परिक्षेत्रीय पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार 20 हजार नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम, द्वितीय पुरस्कार 15 हजार नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम एवं तृतीय पुरस्कार 10 हजार रुपये नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम प्रदान किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र स्तर पर चयनित विजेताओं में से राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयन किया जायेगा। जिसमें प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपये नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रुपये नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम, तृतीय पुरस्कार 25 हजार रुपये नकद, शील्ड, प्रमाण-पत्र व अंगवस्त्रम प्रदान किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय हथकरघा पुरस्कार की चार श्रेणियाँ निर्धारित की गयी है। श्रेणी-1 अंतर्गत साड़ी, ब्राकेड, ड्रेस मैटेरियल। श्रेणी-2 अंतर्गत सूती दरी, ऊलेन दरी, आसनी एवं दरेट। श्रेणी-3 अंतर्गत वेडशीट, वेड कवर, होम फर्नीशिंग। श्रेणी-4 अंतर्गत स्टोल, स्कार्फ, गमछा व अन्य है। हथकरघा पर कार्य कर रहे बुनकर-बुनकर सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्कृष्ट एवं कलात्मक नमूने जैसे-सूटिंग शर्टिंग, दो-दो मीटर, साड़ी फुल साईज की तौलिया, बेडशीट, बेडकवर, शाल, दरी आदि पूर्ण साइज का हो ताकि उत्पादों की गुणवत्ता का सम्पूर्ण निरीक्षण आदि सम्भव हो सकें। सैम्पल/नमूने का पूर्ण विवरण (वार्प, वेफ्ट, रंग डिजाइन तथा तकनीकी) आदि अंकित करना अनिवार्य होगा। जिन हथकरघा बुनकरों को विगत तीन वर्षो में पुरस्कृत किया जा चुका है वह इसके लिए पात्र नहीं होगें। इस योजनान्तर्गत पुरस्कार के लिए चयन में डिजाइन वीवींग, तकनीक एवं उत्पाद विविधता आदि योग्यताओं तथा रंगो के तालमेल आदि को ध्यान में रखकर पुरस्कार हेतु सैम्पल का चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेंगी।

उन्होंने बताया कि जनपद वाराणसी, मीरजापुर, चन्दौली, सोनभद्र, जौनपुर एवं सन्त रविदास नगर (भदोही) के बुनकर, जो अपना सैंम्पल पुरस्कार हेतु प्रेषित करना चाहते हैं, तो वे आवेदन पत्र एवं सैम्पल प्रस्तुत करने की पात्रता व्यक्तिगत बुनकर, समिति का बुनकर, मास्टर बुनकर एवं व्यक्तिगत बुनकर संयुक्त रूप से चार डिजाइनर एवं बुनकर संयुक्त रूप से, के आधार पर पूर्ण विवरण के साथ दो सितंबर तक सहायक आयुक्त, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, रथयात्रा, वाराणसी के कार्यालय में जमा कर दें।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित

   

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