हमारा सब कुछ सनातन के लिए : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

अलवर, 30 जून (हि.स.)। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि नेता हमेशा बांटने की कोशिश करते है, जो हमारे देश की अखंडता और एकता के लिए घातक है। बांटने वाली राजनीति को हम त्यागने का काम करेंगे। योगी ने कहा कि अगर हम जातियों में बंटे तो दुश्मन उसका लाभ उठाएंगे हमें एकता का संदेश देना है।

अलवर के कोटकासिम क्षेत्र के लाडपुर में आयोजित बाबा सोमनाथ मंदिर के कार्यक्रम में बोलते हुए योगी ने कहा कि पहले भारत के पास सब कुछ था। इसके बावजूद गुलाम हो गया। हमें इसका कारण इसकी तह तक जाकर खोजना होगा। जब कोई बीमारी होती है तो उसका इलाज भी होना चाहिए। वह मनुष्य ज्यादा समय तक स्वस्थ्य रह सकता है जो बीमारी से पहले उसका बचाव कर लें, लेकिन बचाव करने के बाद भी अगर बीमारी आ रही है तो समय से उसका इलाज जरूरी है। पहले सावधानी जरूरी है लेकिन जब कैंसर होता है तो उसकी सर्जरी भी करनी पड़ती है। हमारा जो कुछ भी है वह हमारे देश के लिए और सनातन धर्म के लिए समर्पित होना चाहिए।

योगी ने कहा-संतों की इस तपो स्थली पर आने का सौभाग्य मिला है। भारत का सनातन धर्म एक महत्वपूर्ण पंथ है। संपूर्ण विश्व का मानना है कि सनातन धर्म ही भारत की आत्मा है। सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक है। सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा। इस विश्वास के साथ लगातार पूज्य संतों की साधना और उनका स्मरण इसी अभियान का हिस्सा है। योगी ने कहा-इसी अभियान के तहत सारे कार्यक्रम चल रहे हैं। नाथ संप्रदाय इस कार्यक्रम को आगे बढ़ रहा है। खेतानाथ महाराज ने अपना पूरा जीवन लोक कल्याणकारी योजनाओं के लिए समर्पित किया था और उन्हीं के शिष्य पूज्य संत महंत सोमनाथ महाराज का भी पूरा जीवन इसी कल्याण के लिए समर्थन था। आज महंत दीपक नाथ ने अपने गुरुदेव की पूज्य स्मृति को बनाए रखने के लिए विशाल भंडारा किया है। यह सबसे बड़ा चमत्कार है कि यहां रात में मूसलाधार बारिश हुई लेकिन लाडपुर के आस-पास क्षेत्र में बारिश पड़ रही है। संतों की ऐसी कृपा है कि प्रकृति ने भी अपना नियम बदल लिया है।

योगी ने कहा कि महाराजा भर्तृहरि को भी अपनी साधना को चरम पर पहुंचना था तो उन्होंने उज्जैन से निकल कर अलवर की अरावली की पर्वतमाला को ही चुना। भर्तृहरि महाराज किसी न किसी रूप में अपने भक्तों को दर्शन देते ही रहते हैं। लगातार यहां के लोगों को उनका सानिध्य मिलता रहता है। खेतानाथ महाराज का यह कर्म क्षेत्र था। महाराज चांदनाथ का भी कर्म क्षेत्र था। उन्होंने लगातार क्षेत्र में नाथ संप्रदाय की परंपरा और मूल्यों के लिए लगातार काम किया है और आज उसी काम को महंत योगी बालक नाथ और दीपक नाथ आगे बढ़ा रहे हैं। कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से मंदिर परिसर में साधु संतों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। वहीं आस-पास के क्षेत्र में भी मंदिर की अच्छी मान्यता है इसलिए यहां पर एक लाख से भी ज्यादा लोग आने की संभावना बताई जा रही है। हवन पूजन के बाद यहां भंडारे का आयोजन किया। योगी करीब 12:30 बजे कार्यक्रम में पहुंचे थे। सबसे पहले मंदिर परिसर में बाबा करतारपुरी महाराज और बाबा अभयनाथ महाराज की मूर्ति का अनावरण किया। इसके बाद मंदिर परिसर में ही बाबा सोमनाथ की प्रतिमा के सामने धोक लगाकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मंच पर उनका और महंत बाबा बालक नाथ का स्वागत किया गया, जिसके बाद चादर रस्म निभाई गई।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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