नटरंग ने नाटक ‘कोई और रास्ता’ का मंचन किया; प्रेम और विवाह की जटिलताओं को उजागर किया

जम्मू। स्टेट समाचार
रविवार को नटरंग स्टूडियो थिएटर, जम्मू में, प्रसिद्ध थिएटर समूह नटरंग ने प्रताप सहगल द्वारा लिखित और नीरज कांत द्वारा निर्देशित हिंदी नाटक ‘कोई और रास्ता’ का मंचन किया। यह प्रदर्शन नटरंग की साप्ताहिक थिएटर श्रृंखला ‘संडे थिएटर’ का हिस्सा था। नाटक ‘कोई और रास्ता’ विवाह के संदर्भ में पुरुष-महिला संबंधों की जटिलताओं पर प्रकाश डालता है। यह वैवाहिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को इतनी प्रामाणिकता के साथ चित्रित करता है कि दर्शक आसानी से कथा से जुड़ सकते हैं। कहानी महेश और इंदु के इर्द-गिर्द घूमती है, जो प्रेम विवाह करते हैं। शुरुआत में, उनका रिश्ता खुशियों से भरा होता है, लेकिन जल्द ही कई घरेलू मुद्दों के कारण यह बिगड़ जाता है, जिससे उनका विवाह संस्था में विश्वास खत्म हो जाता है। इंदु की निष्ठा पर महेश का निराधार संदेह उनके रिश्ते को और खराब कर देता है, जिससे उनका तलाक हो जाता है। सुलह की कई कोशिशों के बावजूद, वे जीवन साथी के रूप में असफल हो जाते हैं। सालों बाद, दोनों आगे बढऩे की कोशिश करते हैं, लेकिन उनका अतीत उन्हें परेशान करता रहता है। रेलवे स्टेशन पर एक आकस्मिक मुलाकात पुरानी यादें ताज़ा कर देती है, और महेश इंदु को अपने पास वापस आने के लिए मनाने की कोशिश करता है। हालाँकि, अब बहुत देर हो चुकी होती है क्योंकि इंदु ने दोबारा शादी कर ली होती है। यह नाटक इबसेन के ‘ए डॉल्स हाउस’ के विषयों को प्रतिध्वनित करता है, जो गलतफहमियों और रिश्तों की नाजुकता के परिणामों की खोज करता है। गहन प्रदर्शन के बाद, बलवंत ठाकुर द्वारा नाटक पर एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जिससे दर्शकों को नाटक के विषयों और निष्पादन से जुडऩे का मौका मिला। ‘कोई और रास्ता’ के कलाकारों में बृजेश अवतार शर्मा, पलशिन दत्ता, कुशाल भट, पायल खन्ना, प्रिया कुमारी, ललिता शर्मा, प्रियल अशोक गुप्ता, वंदना ठाकुर और महक चिब शामिल थे।

   

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