जींद : पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने बताया भाजपा छोडऩे का कारण

जींद, 1 जुलाई (हि.स.)। भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने सोमवार को भाजपा छोडऩे के कारणों का खुलासा किया। रजबाहा रोड स्थित सतपाल करसिंधु के आवास पर पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जितने भी क्षेत्रीय दल हरियाणा में है वो आज शून्य है। भाजपा ने हरियाणा के लोगों को आहत करने की कोशिश की है। लोकसभा चुनाव में खुद एक जाति विशेष का नाम लेकर आपस में बांटने के लिए प्रचार किया गया। हर जाति के लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया। भाजपा की जात-पात की राजनीति को अब मतदाता समझ गया है।

उन्होंने कहा कि भविष्य में आने वाले चुनाव में मतदाता भाजपा को सबक सिखाने का काम करेंगे। मतदाता इस चुनाव में संदेश देंगे कि अगर राजनीति करनी है तो भाईचारा की राजनीति कर लोगों को जोडऩे की राजनीति करो लोगों को आपस में तोडऩे की राजनीति न करें। धर्म के नाम पर भी लोगों को राजनीति के चक्कर में बांटने का काम भाजपा ने किया। मेरा भाजपा का छोडऩे का सबसे बड़ा कारण ये ही रहा। मेरे मन में तकलीफ थी कि किसी भी जाति को व्यक्ति को जिसे हम अपने नाते के हिसाब से बोलते है उन्हीं को जात-पात में बांटने की कोशिश कर रहे है। बृजेंद्र सिंह जो हिसार लोकसभा से सांसद थे वो वो अकेले ऐसे सांसद थे जिन्होंने फैसला लिया कि जो राजनीतिक सोच भाजपा की है वो उस सोच के हिसाब से भाजपा में नहीं रहेंगे। लोकसभा चुाव से पहले दूसरी पार्टियों के बड़े नेता भाजपा में जा रहे थे। बृजेंद्र सिंह अकेला सांसद था जो विचारधारा के आधार पर भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुआ। हरियाणा के संस्कारों में भाईचारा, आपसी प्रेम है जो हमारी ताकत है।

सोनिया गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव की हार को पीएम नरेंद्र मोदी की व्यक्तिहार बताए पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कहा पीएम का जो पद होता है वो बहुत बड़ा होता है। हर भारतीय पीएम की इज्जत करता है। इस चुनाव में भाषा का जो प्रयोग हुआ वो मतदाताओं को अच्छी नहीं लगी। ये चुनाव नरेंद्र मोदी और देश के मतदाताओं के बीचथा। मतदाताओं की इस चुनाव में जीत हुई। जिस तरह से पीएम का संबोधन चुनाव में रहा उससे मतदाता नाराज थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव

   

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