गुजरात: 7वें सुजलाम सुजलाम जल अभियान के तहत 11,523 लाख क्यूबिक फीट बढ़ी जल संग्रहण क्षमता

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गांधीनगर, 4 जुलाई (हि.स.)। गुजरात ने अपने महत्वाकांक्षी जल संरक्षण अभियान सुजलाम सुफलाम जल अभियान (एसएसजेए) के सातवें संस्करण को पूरा करते इस साल राज्य में 11,523 लाख क्यूबिक फीट अतिरिक्त जल संग्रहण क्षमता सृजित करने में सफलता हासिल की है। इस साल जल अभियान के तहत उत्तर गुजरात में 2831 लाख क्यूबिक फीट, मध्य गुजरात में 4946 लाख क्यूबिक फीट, दक्षिण गुजरात में 1046 लाख क्यूबिक फीट और सौराष्ट्र- कच्छ क्षेत्र में 2700 लाख क्यूबिक फीट अतिरिक्त जल संग्रहण क्षमता का निर्माण हुआ है।

गुजरात सरकार के इस विशेष पहल में जल संसाधान, जल वितरण, वन एवं पर्यावरण, शहरी विकास एवं महानगरपालिका, नर्मदा निगम, शिक्षण विभाग और पंचायत व ग्रामीण विकास जैसे विभागों के समन्वय के साथ-साथ भारी संख्या में जनभागीदारी की भी सहभागिता रहती है।

गुजरात में मौजूद बड़े और छोटे जल निकायों में वर्षा जल को अधिक से अधिक संरक्षित करने के उद्देश्य के साथ गुजरात सरकार पिछले 7 सालों से लगातार इस अभियान को जारी रखती आई है। इसका परिणाम यह हुआ है कि अब तक के सातों संस्करणों को मिलाकर गुजरात में 1,19,144 लाख क्यूबिक फीट से अधिक जल संग्रहण क्षमता बढ़ गई है।

एसएसजेए के सातवें संस्करण के तहत हुए कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए जल संसाधन विभाग के सचिव केबी राबड़िया ने बताया कि एसएसजेए का यह अभियान इस साल भी काफी सफल रहा है। इस वर्ष एसएसजेए के अंतर्गत 9374 कार्य संपादित हुए हैं जिसमें 4 हजार से अधिक जनभागीदारी के अंतर्गत, 1900 से अधिक मनरेगा के तहत और 3,300 से अधिक कार्य राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों द्वारा पूरे किए गए हैं। इस दौरान 7.23 लाख मानव श्रमदिन का सृजन भी हुआ है और इस साल राज्य की जल संग्रहण क्षमता में 11,523 लाख क्यूबिक फीट बढ़ोतरी होगी।

केबी राबड़िया ने बताया कि इस साल जिन शीर्ष 5 जिलों में सबसे अधिक काम हुआ है उनमें दाहोद में सबसे अधिक 1254 कार्य, गीर सोमनाथ में 848 कार्य, आणंद में 679 कार्य, महिसागर में 648 कार्य और अरवल्ली जिले में 617 कार्य किए गए हैं। राज्य में मौजूद छोटी नदियों, तालाबों, चेकडैम जैसे अलग-अलग प्रकार के जलाशयों की सफाई व रिपेयरिंग के साथ-साथ पूरे राज्य की 815 किमी. लंबी बड़े नहर व 1755 किमी. छोटी नहर की भी सफाई की गई है।

इस प्रयास का व्यापक उद्देश्य राज्य के शुष्क परिदृश्य को बदलना है। यह व्यापक अभियान भूजल स्तर को बढ़ाने, जल निकायों की सफाई करने और पारंपरिक जल संसाधनों को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित है ताकि कृषि, औद्योगिक और घरेलू जरूरतों के लिए सुरक्षित और पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। सामुदायिक भागीदारी का उपयोग करके और आधुनिक तकनीक का लाभ उठाकर, सुजलाम सुफलाम जल अभियान न केवल तत्काल जल की कमी के मुद्दों को संबोधित करता है बल्कि गुजरात में दीर्घकालिक पारिस्थितिक संतुलन और समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद/संजीव

   

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