सरकार को बदनाम करने के बड़े खड़यंत्र का हिस्सा है हाथरस की घटना – मौनी स्वामी

अमेठी, 4 जुलाई (हि.स.)। हाथरस जिले में समागम के दौरान हुई भगदड़ में लगभग 120 से भी अधिक लोगों की मौत पर अमेठी जिले के स्वामी परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज के पीठाधीश्वर शिव योगी मौनी स्वामी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मुझे तो लगता है की भक्तों को मारने के लिए ही यह खड्यंत्र किया गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई गई कि लोग मर जाएं और धर्म के नाम पर पूरे विश्व में भारत का अपमान हो। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और केंद्र में मोदी की सरकार है उनकी छवि खराब हो। सरकार की छवि खराब करने के लिए एक बड़ी योजना के तहत यह घटना घटते हुए दिखाई पड़ रही है। यह कहीं सरकार को बदनाम करने की साजिश तो नहीं है?

उन्होंने कहा यह एक हृदय विदारक घटना है। इसको बोलने से पहले जबान लड़खड़ा जाती है कि मेरे देश में पूजा पाठ के नाम पर, धर्म और विश्वास के नाम पर 120 से अधिक लोग मर गए और अभी न जाने कितने लोग लापता हैं। सूरजपाल जो अपने आप को नारायण साकार हरि बताता है वह एक अपराधी है। यह पुलिस विभाग में सर्विस करता था और बलात्कार के मामले में जेल गया था। तब इसने सोचा कि समाज में मेरा जीना मुश्किल हो जाएगा और अपना नाम सूरजपाल से नारायण साकार हरि रख लिया। इसी के बाद उसने सूरजपाल को अपनी जिंदगी से अलग कर दिया। उनके कार्यक्रम में कोई वीडियो नहीं बना सकता है जो भी चीज हैं उनके लोगों से ही अनुमति लेनी पड़ती। कुछ राजनीतिक लोग जो सनातन धर्म का विरोध करते हैं उन्हें इनका संरक्षण मिला है। हमारे यहां 13 अखाड़े मान्य है यह उनमें से किसी का ना तो शिष्य है ना महात्मा है। ऐसे में दुख इस बात का है कि सिर्फ बाबा गाली खा रहे हैं। ऐसे लोगों को मृत्युदंड देने की मांग करता हूं।

क्योंकि यह बाबा के नाम पर कलंक हो गए है। इस घटना ने हम सबको इतना कमजोर कर दिया है कि जब लोग पूजा पाठ के नाम पर जाएंगे तो कहेंगे कि हम मर जाएंगे। उनके लोगों ने बताया था कि वह जिस वाहन से आते हैं वह पुष्पक विमान है। उसकी धूल भी पड़ेगी तो मोक्ष हो जाएगी। इसीलिए हजारों लोग दोनों तरफ में सर झुका कर बैठे थे। इसी समय उनके सेवादारों ने लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मची और लोग मरे। इस बिंदु पर सरकार और जांच एजेंसियों को जाना चाहिए। इससे सरकार के साथ-साथ संत महात्माओं की भी छवि खराब हो रही है। सरकार को फर्जी बाबाओ की लिस्ट बनानी चाहिए जो धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करते हैं, लूटते हैं और समाज का शोषण करते हैं। यही बाबा देश के लिए घातक हैं । इनको विदेश से फंडिंग होती है। हिंदू धर्म को बदनाम करने के लिए और धर्मांतरण को बढ़ाने के लिए ईसाई मिशनरियां इनको पैसा दे रही है। तमाम बड़े नेताओं का हाथ इनके ऊपर है। इनको व्यवस्था दिलाई जा रही थी फंड दिलाया जा रहा था। वही नेताओं के सहारे लोगों को लगा कि यह बड़े बाबा है। अगर तह तक सरकार जाएगी तो अंत में यही निकलेगा कि यह एक अपराधी है और इसका अपना स्वयं का मठ है। यह कैसे साधु हैं इनका शिष्य और भक्त मर रहा है यह भाग लिए। यह ठगी करने वाला व्यक्ति है यह समाज को ठग रहा था। यह कलयुग का कालनेमि है।

वोट के भिखमंगो के कारण ही यह लोग संत बने हैं। इन्हीं लोगों ने इनका कद बढ़ाया था । सरकार में बैठे लोगों ने ही इनका कद बढ़ा दिया था। अगर पूर्ववर्ती सरकार का संरक्षण ना मिला होता तो डेढ़ सौ लोगों की जान ना जाती। इसने जो पाप किया है वह क्षमा के योग्य नहीं है ना समाज माफ करेगा ना संविधान माफ करेगा ना ही देश माफ करेगा और ना ही परमात्मा माफ करेगा। समाज को भ्रमित करने के लिए इसने अपना नाम भोले बाबा रखा। यह लोग भी सनातन धर्म को समाप्त करने वाले लोग हैं। इनकी जांच होगी तो उनके बड़े हाथ निकलेंगे। इनके सबके विदेशी संपर्क हैं बड़े-बड़े अपराधी नेताओं से भी इनके संबंध हैं।

हिन्दुस्थान समाचार: लोकेश/बृजनंदन

   

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