899.22 करोड़ से सुदृढ़ होगी पीवीवीएनएल की विद्युत व्यवस्था

मेरठ, 04 जनवरी (हि.स.)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मेरठ डिस्कॉम के अंतर्गत बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 899.22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे उपभोक्ताओं को निर्बाध सुचारू विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) मेरठ की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी ने बताया कि विद्युत व्यवधान को दूर करने, लो-वोल्टेज की स्थिति सुधारने, ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता में कमी लाने की योजनाओं पर किया जा रहा है। 899.22 करोड़ रुपए की योजनाओं से पूरी व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाएगा। इससे विद्युत आपूर्ति में गुणात्मक सुधार होगा। विद्युत चोरी पर प्रभावी अंकुश लगेगा। लाईन हानियों में कमी आएगी और राजस्व वसूली में वृद्धि होगी। विद्युत लाईनों एवं ट्रांसफार्मरों का लोड कम होने से नए विद्युत कनेक्शन देने में आ रही परेशानी दूर होगी। विद्युत दुर्घटनाओं की संभावना में कमी आएगी।

14 जनपदों की स्थिति में होगा सुधार

विद्युत आपूर्ति में गुणात्मक सुधार के लिए बिजनेस प्लान मद में 899.22 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इस धनराशि से पीवीवीएनएल के अंतर्गत आने वाले 14 जनपदों के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब तक नौ नग 33/11 केवी बिजलीघरों की क्षमतावृद्धि की गई है। विभिन्न क्षमता के 466 नए ट्रांसफार्मरों की स्थापना, विभिन्न क्षमता के 3201 वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमतावृद्धि, 214 बिजलीघरों के जर्जर तार, पोल इत्यादि को बदल दिया गया है। बिजनेस प्लान मद में स्वीकृत किए गए कार्यों को पूरा करने के युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।

प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने बताया कि इन सब कार्यों के पूर्ण हो जाने के पश्चात् डिस्कॉम के सभी 14 जनपदों में उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति में गुणात्मक सुधार आएगा। उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति संभव हो सकेगी। जहां एक ओर ट्रांसफार्मरों की क्षतिग्रस्तता दर में कमी आने से राजस्व में वृद्धि होगी, वहीं विद्युत व्यवधान की संख्या एवं अवधि में कमी तथा लो-वोल्टेज की समस्या दूर होगी। झटपट एवं निवेश मित्र योजना के तहत नए कनेक्शन जारी करके राजस्व में वृद्धि होगी।

मील का पत्थर बनेगी रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम

भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम विद्युत वितरण तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। योजना को धरातल पर उतारने के लिए सभी जनपदों में कार्य प्रगति पर है। योजना के अन्तर्गत अब तक अधिक लाईन हानियों वाले क्षेत्रों में 5908.43 सर्किट किलोमीटर एलटी एबी केबिल लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 25.86 सर्किट किलोमीटर 33 केवी जर्जर तारों को बदला गया है। 991.63 सर्किट किलोमीटर 11 केवी तारों को बदला गया है। कृषि फीडरों को अलग करने के लिए नए पोल लगाकर, 857.66 सर्किट किलोमीटर 11केवी फीडर्स पर तार लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किसानों को कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को सतत विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर विभक्तीकरण योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू और कृषि पम्प के लिए अलग सप्लाई के लिए नए पोल लगाकर 167.82 सर्किट किलोमीटर 11 केवी पर नए तार लगाए गए हैं। 14 नग 25 केवीए ट्रांसफार्मर, 14 नग 63 केवीए ट्रांसफार्मर, चार नग 100 केवीए ट्रांसफार्मर एवं 119134 विद्युत पोल बदलने का कार्य किया जा चुका है।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप

   

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