जल : विज्ञान, संस्कृति एवं समाज पर होगा राष्ट्रीय सेमिनार 11 जनवरी से बीकानेर में

बीकानेर, 4 जनवरी (हि.स.)। राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर के बी.आई.आर.सी द्वारा बेस्ट प्रेक्टिस श्रृंखला के तहत नवाचार के रूप में जल : विज्ञान, संस्कृति एवं समाज विषय पर 11-12 जनवरी को दो दिवसयी राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया जाएगा।

ब्रोशर का विमोचन गुरुवार को प्राचार्य डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित, चेयरपर्सन डाॅ. आई एस राजपुरोहित, सह चेयरपर्सन डाॅ. सुषमा जैन व डाॅ. देवेश खडेलवाल समन्वयक डाॅ. दिव्या जोशी, सह समन्वयक डाॅ. एच.एस. भंडारी व डाॅ. राजाराम एवं आयोजन सचिव डाॅ. सत्यनारायण जाटोलिया व डॉ. एस के वर्मा द्वारा किया। पैटर्न व प्राचार्य डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित ने स्वागत विमोचन में जल को जीवन व ऊर्जा का स्त्रोत बताते हुए कहा कि सभी संस्कृतियों एवं समाजों का प्रार्दुभाव जल के पास से ही होता है एवं जल ऊर्जा एक प्रकार की प्राथमिक ऊर्जा है।

बी.आई.आर.सी के फांउडर डाॅ. नरेन्द्र भोजक ने कहा कि यह एक विशिष्ट प्रकार का सेमिनार संकल्पित किया गया है। जिसमे डूंगर महाविद्यालय के 25 विभागों के प्रोफेसर, बुद्धिजीवी एवं शोधार्थी अपने विषय में जल एवं जल ऊर्जा की अवधारणा, गंतव्य एवं प्रतिपादित सिद्धान्तों की व्याख्या वर्णन के साथ साथ नवीन क्षैत्रों का विषय प्रवर्तन भी कर सकेगें। ब्रोशर के अनुसार कुछ सांकेतिक विषय जैसे - जल ऊर्जा, सोलर जल, साहित्य एवं लोक गाथाओं में जल, दवाईयां, जल जाब्स आदि जैसे विषयों पर चर्चा की जायेगी। डाॅ. भंडारी के अनुसार सेमिनार का उद्देश्य काॅलेज की बौद्धिक संपदा का दहन समाज एवं संस्कृति के विकास में करने के साथ इंटर डिस्पलनरी शिक्षण के आयामों को दक्ष करना है। आयोजन सचिव डाॅ. सत्यानारायण ने सेमिनार की रूपरेखा बताते हुए कि जल ऊर्जा के संपूर्ण उपयोग को वृहद् समाज के हित में किस प्रकार हो इसी पर आधारित है।

कार्यक्रम में डॉ. सुरूचि गुप्ता, डॉ. संगीता शर्मा, डाॅ. एम.डी. शर्मा, डॉ. एस के यादव, डाॅ. मधुसूदन एवं डाॅ. राजेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रोफेसर उपस्थित रहे। संचालन डाॅ. एच.एस. भंडारी एवं धन्यवाद डाॅ. राजाराम द्वारा दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर

   

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