जिलाधिकारी ने गोधरौली गांव का निरीक्षण कर जिम्मेदार अधिकारियों को लगाई फटकार

फतेहपुर, 04 जनवरी (हि.स.)। जिले में विकास खण्ड मलवां के ग्राम गोधरौली में पहुंच कर गुरुवार को जिलाधिकारी ने प्रदूषित भूमिगत व तालाबी प्रदूषित जल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने जिम्मेदारों को जमकर लताड़ा। पूरे गांव के 22 सरकारी हैंडपम्प को लॉक कराया तथा प्राइवेट हैंडपम्प व सबमर्सिबल को लॉक करने के लिए नोटिस जारी करने का आदेश दिया। सबसे पहले जिलाधिकारी ने गांव के आसपास पड़े जहरीले केमिकलयुक्त अपशिष्ट को देखकर थानाध्यक्ष औंग व लेखपाल के ऊपर जमकर बरसीं।

ग्रामीणों ने जब जिलाधिकारी से पानी न आने की बात कही तो जल निगम के एसडीओ कैलाशचन्द्र ने दावे के साथ पानी आने की बात कही, जिस पर डीएम का पारा चढ़ गया। डीएम ने एसडीओ को हिदायत देते हुए कहा कि दिखाओ पानी कहां आ रहा है। पानी की सप्लाई न आने पर बोली कि यदि अपनी हरकत से बाज नहीं आए तो सीधे आपको बर्खास्त कर दिया जाएगा। डीएम ने दो दिन में सभी जगह पर पानी पहुंचाने का निर्देश दिया।

प्रदूषित भूगर्भ जल की जिम्मेदार कम्पनियों का जिक्र करते हुए एसडीएम को कार्यवाही के लिए कहा और पानी की सैंपलिंग करके जांच कराने के निर्देश दिए। शुक्रवार को पशु विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग के गोधरौली में कैंप लगाने के भी डीएम ने आदेश दिए।

जिलाधिकारी सी0 इंदुमति के साथ बिन्दकी एसडीएम अनिल कुमार यादव, बीडीओ मलवां राहुल मिश्रा व थानाध्यक्ष विद्या यादव मौजूद रहीं।

जिलाधिकारी ने चलते चलते कहा कि सो रहे विभाग को जगाना है, प्रदूषण विभाग के उपस्थित अधिकारियों पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर यह लोग अपनी जिम्मेदारी समझते तो यह नतीजा ना आता बोले कि यह विभाग अभी सो रहा है अगर अपनी हरकत से बाज नहीं आए तो शासन को पत्राचार कर कार्यवाही के लिए लिखूंगी।

हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र/राजेश

   

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