हिसार : स्वयंसेवकों ने लोकगीत व नृत्य की प्रस्तुति देकर मेहमानों को हरियाणवी संस्कृति से जोड़ा

हकृवि में राष्ट्रीय एकता शिविर के दूसरे दिन शैक्षणिक एवं प्रेरणा सत्र आयोजित

हिसार, 24 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर में संध्याकाल में विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय सभागार में हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में हरियाणा के स्वयंसेवकों ने हरियाणवी नृत्य, गायन व वादन में बेहतरीन प्रस्तुति देकर समां बांधा। स्वयंसेवकों ने अपनी प्रतिभा के माध्यम से लोकगीतों, वेशभूषा, संस्कृति का परिचय देकर 17 राज्यों से आए स्वयंसेवकों सहित अन्य दर्शकों को हरियाणवी संस्कृति से जोड़ा, जिससे कलाकारों ने खूब तालियां बटोरी।

शिविर के दूसरे दिन की शुरूआत गुरुवार को योगाभ्यास के साथ हुई जिसमें स्वयंसेवकों ने योगाभ्यास किया। दूसरे दिन प्रात:काल विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय सभागार में ‘यूथ फॉर माई भारत और यूथ फॉर डिजिटल लिटरेसी’ विषय पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। शैक्षणिक सत्र जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के रिटायर्ड सचिव सुरेन्द्र श्योराण मौजूद रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्राथमिक चिकित्सा एवं सीपीआर विषय पर जागरूक किया। एनएसएस विद्यार्थियों को सृजनात्मक एवं रचनात्मक कार्यों के प्रति प्रेरित कर समाज सेवा का अवसर प्रदान करती है और उनके व्यक्तित्व को निखारने एवं भविष्य में उन्हें कर्तव्यनिष्ठ नागरिक के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

शिविर के प्रेरणा सत्र में सिविल अस्पताल, ब्लड सेंटर के एसएमओ डॉ. सुशील गर्ग ने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है। दिन-प्रतिदिन होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं, थैलेसिमीया से पीडि़त बच्चों तथा रोगियों को रक्त की पूर्ति के लिए रक्त दान बहुत जरूरी है। उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान करते हुए कहा कि रक्तदान शिविरों में युवाओं को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। चंडीगढ़ के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.तपस शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया जबकि जम्मू कश्मीर से डॉ. जफर इकबाल ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्डी एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. भगत सिंह सहित अन्य एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

सम्बंधित खबर