आहार नली को दुरुस्त रखने के लिए फास्ट फूड और गर्म भोजन से रहें दूर

कानपुर, 06 जनवरी (हि.स.)। भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर फास्ट फूड का सेवन कर लेते हैं। इसके साथ ही गर्म भोजन लोगों की पहली पसंद है। लेकिन यह दोनों आहार नली को क्षतिग्रस्त करते हैं। अगर इसमें धूम्रपान और शराब शामिल हो जाये तो क्षतिग्रस्त आहार नली में कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए आहार नली को दुरुस्त रखने के लिए फास्ट फूड, गर्म भोजन, धूम्रपान और शराब से दूर रहें। यह बातें शनिवार को वरिष्ठ गैस्ट्रोलॉजिस्ट बीके मिश्रा ने कही।

उन्होंने बताया कि गर्म भोजन और फास्ट फूड खाने से आहार नली का अंदरूनी भाग क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ती जाती है। अगर व्यक्ति धूम्रपान और शराब लेता है तो समस्या तेजी से बढ़ती है। इसमें लोगों को खाना निगलने या पानी पीने में तकलीफ होती है। सीने में लगातार जलन, सांस लेने में तकलीफ, खांसी और खाने के तुरंत बाद उल्टी होने की स्थित इसके प्रमुख लक्षण है। ऐसे रोगियों की जब जांच की जाती है तो पाया जाता है कि उनकी आहार नली क्षतिग्रस्त हो चुकी है और कैंसर के लक्षण विद्यमान हैं। तो वहीं बाजार में बिक रहे पैक्ड फूड, जंक फूड की बात करें तो इनमें प्रजर्वेटिव और सोडियम बेंजाएट मिला रहता है। सॉफ्ट व एनर्जी ड्रिंक्स में आर्टिफिशियल स्वीटनर के रूप में बेंजीन रंग मिलाया जाता है। यह सभी कैंसर का कारक होता है। यही नहीं आहार नली में कैंसर होने का असर सांस की नली और फेफड़ों पर भी पड़ सकता है। आहार नली के ठीक पीछे श्वांस नली और फेफड़े होते हैं जिससे कैंसर तेजी से फैलते हुए श्वांस नली और फेफड़े को चपेट में लेने से फिस्च्यूला (रास्ता) बन जाता है।

इंफेक्शन पहला लक्षण

उन्होंने बताया कि आहार नली में इंफेक्शन अगर बार-बार होता है तो एसोफैगल कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। एसोफैगल कैंसर या खाने की नली का कैंसर ज्यादातर पुरुषों को होता है। खाने की नली के कैंसर को आम बोल-चाल में गले का कैंसर भी कहा जाता है लेकिन यह गले के कैंसर से बिल्कुल अलग होता है।

हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/राजेश

   

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