अयोध्या में मां सीता की भोजनशाला में अजमेर में बनी आठ मशीनों से बनेगी रोटियां

अजमेर, 8 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में भक्तों के लिए बनने वाली भोजन प्रसादी में रोटी बनाने के लिए अजमेर से आठ चपाती मेकिंग मशीन भेजी गई है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सोमवार को हरी झंडी दिखाकर मशीनों को रवाना किया। उन्होंने कहा कि मां सीता के भोजन शाला में अजमेर से मशीनों के जाने से पुण्य प्राप्त होगा। इस दौरान कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

देवनानी ने बताया कि 22 जनवरी को भगवान राम की गर्भगृह में मूर्ति स्थापित होगी। सालों पुराना भारतीयों का सपना पूरा हो रहा है। इसके लिए 500 साल तक संघर्ष करते रहे और हजारों कार सेवक शहीद हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कार सेवकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित होगी। भगवान अपने गर्भ गृह में विराजेंगे, यह सभी का सौभाग्य है। देवनानी ने कहा कि धीरे-धीरे पूरा भारत राममय हो रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बनने जा रहा है। इस अवसर पर अजमेर वासियों की भी सहभागिता बन रही है।

उन्होंने कहा कि सोमवार को अयोध्या के सीता भोजन शाला में बनने वाली रोटियों के लिए मशीनों को रवाना किया है। अजमेर से आठ मशीन भेजी गई है। मां सीता के भोजनशाला में जाने का निश्चित रूप से पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि अजमेर के 50 कारीगर भी वहां काम कर रहे हैं। मशीन निर्माता राजेश और मनीष शर्मा ने बताया कि अयोध्या से उन्हें संत गोपालदास की ओर से मशीनों का आर्डर मिला था। एक मशीन एक बार में 1200 चपतियां बनाएगी। पिकअप को सजाकर उसमें मशीन को रखकर भेजा गया है। सात अन्य मशीन तैयार हो रही है, जिन्हें भी भेजा जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित

   

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