पूर्व बर्दवान जिले में अमूल मिष्टी दोई की बिक्री पर रोक

पूर्व बर्दवान जिले में अमूल मिष्टी दोई की बिक्री पर रोक

पूर्व बर्दवान, 09 जनवरी (हि.स.)। पूर्व बर्दवान जिले में दो स्थानों पर दही खाकर सैकड़ों लोगों के बीमार पड़ने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल पूर्व बर्दवान जिले में अमूल मिष्टी दोई की बिक्री पर रोक लगा दी है।

दरअसल, साल 2024 की शुरुआत में दही खाकर जिले में सैकड़ों लोगों के बीमार पड़ने की खबर मिलने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले में बिक रहे दही के नमूनों का संग्रह कर उनकी जांच करवाई और उसमें अमूल मिष्टी दोई में एक विशेष प्रकार का बैक्टीरिया मिला। इसके बाद प्रशासन ने फिलहाल जिले में अमूल मिष्टी दोई के बिक्री पर रोक लगा दी है।

जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देशिका में कहा गया है कि हाल ही में जिले के दो ब्लाकों में खाद्य विषक्रिया की घटनाएं घटी हैं। देखा गया है कि डेयरी प्रोडक्ट, जिसका ब्रांड नेम अमूल मिष्टी दोई और बैच नंबर केपीडी-3653 है, से ही यह विषक्रिया हुई हैं। इसलिए जिले के समस्त वितरकों एवं खुदरा विक्रेताओं को फिलहाल अमूल मिष्टी दोई की बिक्री रोक देने का निर्देश दिया गया है।

जिला स्वास्थ्य विभाग को यह पता चला है कि जिस अमूल मिष्टी दोई से यह विषक्रियाएं हुई हैं, वे बांकुड़ा इंडियन डेयरी प्रोडक्ट लिमिटेड में बनी थी। उस दही के नमूने एकत्र किये गये। पता चला है कि उस बैच के दही में ''स्टैफिलोकोकस ऑरियस'' नाम का बैक्टीरिया पाया गया है।

डॉक्टरों के मुताबिक, ''स्टैफिलोकोकस ऑरियस'' बैक्टीरिया गोलाकार प्रकार का होता है। यह ऑक्सीजन पर निर्भर बैक्टीरिया है। यह बिना ऑक्सीजन के भी बढ़ता है। इस बैक्टीरिया के प्रभाव से फूड पॉइजनिंग के अलावा कई तरह के लक्षण सामने आ सकते हैं।

इस बीच अमूल मिष्टी दाई की बिक्री बंद करने के आदेश के बाद आम लोगों में हड़कंप मच गया है। लोग दूध, खट्टा दही और उस बैंड के अन्य उत्पाद खरीदने से डरने लगे हैं। दुकानदारों का कहना है कि अमूल की चॉकलेट और अन्य उत्पाद गुजरात से आते हैं। मूल रूप से, दही या दूध उत्पाद, जिन्हें केवल कुछ दिनों के लिए घर पर रखा जा सकता है, उसका उत्पादन बांकुड़ा सहित कई स्थानीय स्थानों में किया जाता है।

पूर्व बर्दवान के डिप्टी सीएमओएच सुवर्ण गोस्वामी ने कहा कि दो ब्लॉकों में फूड प्वाइजनिंग हुई है। ज्ञातव्य है कि दोनों ही स्थानों पर विषक्रियाओं की शुरुआत दही से हुई। इसलिए उस मीठे दही की बिक्री बंद करने के लिए डीलरों को पत्र भेजा गया है। खबर लिखे जाने तक मामले पर कंपनी के अधिकारियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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