भारत ही नहीं दुनिया के लिए ऐतिहासिक होगा 22 जनवरी का दिन : विष्णुदत्त शर्मा

भारत ही नहीं दुनिया के लिए ऐतिहासिक होगा 22 जनवरी का दिन : विष्णुदत्त शर्मा

- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को पन्ना के बलदेव मंदिर में झाड़ू लगाकर की मंदिर परिसर में सफाई

भोपाल, 14 जनवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की मौजूदगी में 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। 22 जनवरी का दिन भारत ही नहीं दुनिया के लिए ऐतिहासिक होगा। भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देश की 140 करोड़ जनता उत्साहित है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा रविवार को पन्ना में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने मंदिर स्वच्छता अभियान के तहत रविवार को पन्ना के श्री बलदेव मंदिर में झाड़ू लगाकर पानी से पूरे मंदिर परिसर में सफाई की। इस दौरान पूर्व मंत्री व विधायक वृजेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे, सदानंद गौतम, शुशील त्रिपाठी, शशिराजे परमार सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया।

इस मौके पर विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने आज से प्रदेशभर के मंदिरों की सफाई का अभियान शुरू किया है। हालांकि, पन्ना में यह अभियान करीब एक सप्ताह पहले से चल रहा है। पार्टी पदाधिकारीगण और कार्यकर्ता प्रदेश में 21 जनवरी तक मंदिरों की साफ-सफाई करेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर प्रदेशभर के मंदिरों में भजन-कीर्तन, पूजा-पाठ, हवन और भंडारे होंगे।

लाखों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्षों और लाखों लोगों के बलिदान के बाद आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी का दिन हम सबके लिए ऐतिहासिक और गौरव का दिन है। इस तरह का गौरवपूर्ण दिन जीवन में शायद ही कभी आए। 22 जनवरी के आयोजन के लिए हम सब तैयारी में जुटे हैं। प्राण-प्रतिष्ठ को लेकर घर-घर में उत्सव का माहौल है।

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से बगावत कांग्रेस का मूल चरित्र

शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकराना, भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से बगावत करना कांग्रेस का मूल चरित्र है। कांग्रेस प्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा में जाए या न जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस पार्टी अब बची कहां है। कांग्रेस नेता केवल तुष्टिकरण को लेकर कार्य कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/वीरेन्द्र /वीरेन्द्र

   

सम्बंधित खबर