निरंजनीअखाड़ा के ब्रह्मलीन महंत रामानंद पुरी को दी गयी भू समाधि

रामानंद पुरी की अंतिम यात्रा

हरिद्वार, 18 जनवरी (हि.स.)। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे ब्रह्मलीन महंत रामानंद पुरी को भू समाधि दी गयी। महंत रामानंद पुरी का लंबी बीमारी के चलते बुधवार को रामकृष्ण मिशन अस्पताल में निधन हो गया था।

गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर को बैण्डबाजों के साथ भू समाधि देने के लिए चंडीघाट ले जाया गया। जहां सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरुषों की मौजूदगी में विधि विधान के साथ उन्हें भू समाधि दी गयी।

निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ब्रह्मलीन महंत रामानंद पुरी महाराज दिव्य संत थे। उनके निधन से अखाड़े को अपूर्णीय क्षति हुई है। निरंजनी अखाड़े को आगे बढ़ाने के साथ सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत रामानंद पुरी महाराज विद्वान संत थे। सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन योगदान करना चाहिए।

श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत राघवेंद्र दास, श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह, महंत गोविंददास, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महंत सूर्यमोहन गिरी एवं स्वामी गंगा गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत रामानंद पुरी महाराज का पूरा जीवन सनातन धर्म संस्कृति और मानव सेवा को समर्पित रहा।

इस अवसर पर श्रीमहंत रामरतन गिरी, स्वामी आदि योगी, स्वामी चिदविलासानंद, स्वामी सोमेश्वरानंद, महंत सूर्यमोहन गिरी, स्वामी राजगिरी, स्वामी गंगा गिरी, समाजसेवी प्रदीप शर्मा, प्रो.सुनील बत्रा, अनिल शर्मा, राकेश गोयल, महंत रविपुरी, स्वामी आशुतोष पुरी, स्वामी रवि वन, स्वामी रघुवन, महंत राकेश गिरी,महंत राधेश्याम पुरी, महंत केशव पुरी, मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा सहित बड़ी संख्या में संत महापुरुष व श्रद्धालु शामिल रहे।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज

   

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